रिटोटलिंग के लिए बनेगी कमेटी, एक पेपर के लिए 75 रुपये शुल्क तय
रिटोटलिंग के लिए बनेगी कमेटी, एक पेपर के लिए 75 रुपये शुल्क तय
स्नातक या पीजी की परीक्षा में उम्मीद से कम अंक मिले हैं, तो छात्र रि-टोटलिंग के लिए कर सकते हैं आवेदन वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर बीआरए विश्वविद्यालय की ओर से जल्द ही रिटाेटलिंग के लिए कमेटी गठन की प्रक्रिया पूरी की जायेगी. इसकी कवायद शुरू हो गयी है. स्नातक या पीजी की परीक्षा में उम्मीद से कम अंक मिले हैं, ताे छात्र रिटाेटलिंग के लिए आवेदन कर सकते हैं. इसके लिये शुल्क भी तय किया गया है, जिसमें एक पेपर के लिए 75 रुपये शुल्क लगेगा. वहीं विश्वविद्यालय की ओर से गठित कमेटी की निगरानी में रिटाेटलिंग की प्रक्रिया पूरी की जायेगी. यदि अंकाें में अंतर आता है, ताे विश्वविद्यालय की ओर से सुधार कर छात्र काे अंकपत्र दिया जायेगा. साेमवार काे छात्र संवाद में एक छात्र ने कुलानुशासक काे आवेदन देकर रिटाेटलिंग कराने का अनुराेध किया. परीक्षा विभाग की ओर से बताया गया कि रिटाेटलिंग की प्रक्रिया पूरी करने के लिए जल्द ही कमेटी का गठन किया जायेगा. छात्र जिस पेपर में रिटाेटलिंग कराना चाहते हैं, उसके लिए शुल्क के साथ आवेदन करना हाेगा. एक पेपर के लिए पचहत्तर रुपये शुल्क निर्धारित है. रिटाेटलिंग में जितने अंक मिलेंगे, उसके अनुसार संशाेधित अंकपत्र जारी कर दिया जायेगा. बता दें कि बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से हाल के दिनाें में जारी स्नातक और पीजी के रिजल्ट में छात्राें ने गड़बड़ी की शिकायत की है. एक ओर काॅपी जांच में गड़बड़ी का अराेप लगाया जा रहा है, ताे दूसरी ओर से आरटीआइ से काॅपी निकलवाने के बाद छात्राें ने अंक जाेड़ने में भी गलती की शिकायत की है. कहा जा रहा है कि उत्तर पुस्तिका में उत्तर के आगे सही का निशान लगाया गया है, लेकिन सभी का अंक नहीं जाेड़ा गया है. ऐसे में छात्राें ने रिटाेटलिंग की मांग की है.
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