बिहार में कोरोना का बढ़ता कहर, गृहिणी भी सुरक्षित नहीं, हो रहीं कोरोना पॉजिटिव
बिहार में कोरोना से अब घर में रही रहीं गृहिणियां भी संक्रमित हो रही हैं. मुजफ्फरपुर में अब तक 30 ऐसी महिलाएं मिली हैं, जो न कामकाजी हैं और न ही किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आयी हैं.
मुजफ्फरपुर जिले में कोरोना से अब घर में रहीं गृहिणियां भी सुरक्षित नहीं हैं. घर में रहने के बावजूद वे संक्रमित हो रही हैं. जिले में अब तक 138 कोरोना पॉजिटिव मरीज को स्वास्थ्य विभाग ने ट्रेस किया है. इनमें से 30 ऐसी महिलाएं ऐसी हैं, जो न कामकाजी हैं और न ही किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आयी हैं.
जांच में मिली कोरोना पाज़िटिव
इसके साथ ही यह महिलायें जिले से बाहर भी नहीं गयी हैं. इसके बावजूद वे संक्रमित हो गयी हैं. पॉजिटिव हुई महिलाओं को भी यह जानकारी नहीं है कि वे कैसे संक्रमित हुई हैं. जब उन्हें सिर दर्द, बदन दर्द और बुखार होने लगा, तो वे डॉक्टर के पास इलाज कराने पहुंचीं. जब उनकी जांच हुई, तो कोरोना पॉजिटिव पायी गयीं.
तबीयत खराब हुई, तो पता चला संक्रमित हैं
मिठनपुरा की 32 वर्षीया एक महिला कोरोना संक्रमित हो चुकी हैं. उन्होंने बताया कि उन्होंने कोई यात्रा नहीं की है और किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में भी नहीं आयी हैं, जो कोरोना संक्रमित हो. इसके बावजूद वे संक्रमित हो गयीं. बेला की रहनेवाली 45 वर्षीया महिला में कोरोना के लक्षण पाये गये हैं. उन्होंने बताया कि वे कहीं बाहर नहीं गयी थीं और किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में भी नहीं आयी हैं. परिवार के लोगों ने जब जांच करायी, तो वे पॉजिटिव मिलीं. कंट्रोल रूम से संपर्क करने पर परिजनों ने कहा कि महिला बाजार में खरीदारी करने गयी थीं. उसके बाद से ही तबीयत खराब होनी शुरू हुई.
Also Read: मुजफ्फरपुर में बूढ़ी गंडक नदी किनारे देसी शराब के अड्डे को पुलिस ने किया ध्वस्त, छह पर प्राथमिकी दर्ज
मुश्किल है लोगों पर नजर बनाये रखना
सिविल सर्जन डॉ उमेश चंद्र शर्मा ने कहा कि सार्वजनिक स्थल व बाजार में लोगों के आने-जाने पर निगरानी रखना थोड़ा मुश्किल काम है. कोरोना संक्रमित व्यक्ति अगर बाजार में गया हो, तो उस व्यक्ति की जांच आसानी से नहीं की जा सकती है. कितने लोगों ने उसके पास से वह गुजरा होगा, या कितने लोग संक्रमित हुए, यह पता लगाना मुश्किल हो जाता है.