संविदा पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से कोरोना की जांच बाधित, नहीं बनी रिपोर्ट
दरभंगा : संविदारत स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल के दूसरे दिन सोमवार को इसका व्यापक असर दिखा. इक्का- दुक्का को छोड़ अधिकांश पीएचसी में कोरोना जांच ठप रही. जहां जांच हुई भी वहां डाटा इन्ट्री का काम बाधित रहा. इस कारण विभाग को कोरोना का ताजा आंकड़ा नहीं भेजा जा सका.
दरभंगा : संविदारत स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल के दूसरे दिन सोमवार को इसका व्यापक असर दिखा. इक्का- दुक्का को छोड़ अधिकांश पीएचसी में कोरोना जांच ठप रही. जहां जांच हुई भी वहां डाटा इन्ट्री का काम बाधित रहा. इस कारण विभाग को कोरोना का ताजा आंकड़ा नहीं भेजा जा सका. मालूम हो कि बिहार राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ के आह्वान पर करीब पांच सौ कर्मियों ने चिकित्सा कार्य का बहिष्कार कर रखा है. सोमवार को भी कर्मचारियों ने 17 सूत्री मांगों को लेकर सिविल सर्जन कार्यालय में धरना दिया. धरना में प्रखंडों से पहुंचे हैल्थ मैनेजर, एएनएम, बीसीएम, एमएनई (डाटा ऑपरेटर), एसटीएस (टीबीडीसी) आदि दर्जनों कर्मी शामिल हुये. कर्मियों ने सिविल सर्जन डॉ संजीव कुमार सिन्हा से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा.
मांग पूरी होने तक जारी रहेगा आंदोलन
संघ के जिला अध्यक्ष रेवती रमण प्रसाद व सचिव भोला शंकर ने कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं की जाती, तब तक हड़ताल जारी रहेगा. कहा कि उनकी मांगे वर्षों से लंबित है. मांगों को लेकर संघ की ओर से कई बार सरकार से वार्ता भी हुई. सरकार ने मांग पूरी करने का आश्वासन भी दिया. बावजूद मांगे नहीं मानी गयी. सरकार के कार्यकलाप से कर्मियों में आक्रोश है. कोई रास्ता नहीं होने पर हड़ताल का निर्णय लेना पड़ा.
कुछ पीएचसी में कार्य बाधित हुआ
सीएस डॉ संजीव कुमार सिन्हा ने कहा कि अधिकांश पीएचसी में कोरोना जांच चल रही है. कुछ पीएचसी में कार्य बाधित हुआ है. इन पीएचसी में भी जांच शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है.
हड़ताल से स्वास्थ्य सेवा चरमरायी
मनीगाछी. संविदा कर्मियों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवा बुरी तरह प्रभावित हो गयी है. सबसे अधिक प्रभाव नियमित हो रही कोरोना जांच पर पड़ा है. संविदा पर काम करने वाले स्वास्थ्य प्रबंधक, बीसीएम, डाटा ऑपरेटर सहित अन्य कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से यक्ष्मा, लेप्रोसी रोगियों को भी परेशानी हुई है. पीएचसी प्रभारी डॉ रजा आलम ने बताया कि दो दिनों से चल रही हड़ताल में कोरोना जांच व फिल्ड का काम पूरी तरह प्रभावित है. वहीं आउटडोर में आंशिक रूप से असर पड़ा है. उन्होंने कहा कि हड़ताल लंबी चलने पर बुरे प्रभाव से इंकार नहीं किया जा सकता है.
कर्मियों की हड़ताल के कारण कोरोना जांच शिविर स्थगित
जाले. रेफरल अस्पताल में पदस्थापित एनएचएम के सभी कर्मचारी सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए. इससे कोरोना जांच सहित अन्य स्वास्थ्य सुविधा ठप हो गयी. इसी वजह से राढ़ी दक्षिणी पंचायत में कोरोना जांच की शिविर स्थगित रही. स्वास्थ्य प्रबंधक कुमुद रंजन कुमार ने बताया कि 17 सूत्री मांगों के समर्थन में सभी कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं.
posted by ashish jha