Muzaffarpur News : डेड फोन से डाटाबेस की भी चोरी करते हैं शातिर, आइएमइआइ नंबर की होती बिक्री

Muzaffarpur News : शहर में दुकानदार के पकड़े जाने के बाद से सिंडिकेट से जुड़े अन्य राज्यों के बदमाश भी हो गये हैं भूमिगत.

By Prabhat Khabar News Desk | September 9, 2024 1:03 AM

Muzaffarpur News : मुजफ्फरपुर के माेतीझील इलाके से विदेशी सॉफ्टवेयर से आइएमइआइ नंबर बदलकर खेल करने वाले शातिर दुकानदार की गिरफ्तारी के बाद से उसके साथी भूमिगत हो गये हैं. मुजफ्फरपुर के अलावा रांची व अन्य शहरों में भी इनका मकरजाल फैला हुआ है. ये विदेशी सॉफ्टवेयर की मदद से न सिर्फ आइएमइआइ नंबर बदलते हैं, बल्कि डेड हुए फोन से भी डाटा रिकवर कर लेते हैं. उस डाटा का साइबर फ्रॉड व अन्य जालसाजी वाली गतिविधियों में इस्तेमाल किया जाता है. पुलिस की जांच के क्रम में ये तथ्य सामने आये हैं. यह सॉफ्टवेयर पेड होता है और इसपर संचालित गतिविधियों को आसानी से ट्रैक नहीं किया जा सकता. यह विदेशी कंपनी तकनीकी सपोर्ट भी प्रदान करती है. इसकी मदद लेकर ये शातिर डाटा की चोरी से लेकर आइएमइआइ नंबर की हेराफेरी करते हैं. शातिर की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस रांची समेत अन्य जगहों पर छापेमारी कर रही है. वहीं शहर में अन्य किन जगहों पर इस सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जा रहा है. इसकी ट्रेसिंग की जा रही है. फोन से कंटेक्ट डिटेल्स, बैंकिंग से जुड़ी जानकारी और फोटोज व इमेल आइडी का भी ये शातिर उपयोग करते हैं.

रहें सावधान, खराब मोबाइल बेचकर फंस सकते हैं

इस प्रकार के मामले सामने आने के बाद पुलिस ने लोगों को सतर्क रहने को कहा है. खासकर यदि घर में कोई खराब मोबाइल पड़ा हो और कोई कबाड़ी वाला उसके बदले बर्तन या पैसे दे रहा हो तो उसे नहीं बेचें. मोबाइल बेचकर आप फ्रॉड के शिकार हो सकते हैं या साइबर ठगी व आपराधिक मामलों में फंस सकते हैं. उस मोबाइल का आइएमइआइ नंबर का इस्तेमाल गलत कार्यों में हो सकता है.

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