सॉफ्टवेयर इंजीनियर को लिफ्ट देकर अपराधियों ने लूटा
सॉफ्टवेयर इंजीनियर को लिफ्ट देकर अपराधियों ने लूटा
-बेहोश हालत में सड़क किनारे फेंका, नगर थाने में दर्ज की गयी जीरो एफआइआर -बिहार संपर्क क्रांति से जंक्शन पहुंचा था पीड़ित -एफआइआर को गायघाट थानेदार को भेजा गया मुजफ्फरपुर. कार सवार अपराधियों ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर राम विनय ठाकुर को लिफ्ट देकर लूट लिया. जंक्शन के बाहर गायघाट जाने की बात कहते हुए उन्हें लिफ्ट दी. दो ट्रॉली बैग में रखा सामान, मोबाइल, नकदी, एटीएम कार्ड समेत अन्य सामान को फिर बदमाशों ने लूट लिया. उन्हें बेहोशी की हालत में गायघाट में सड़क के किनारे फेंक कर सभी फरार हो गये. यह वारदात 28 जून की है. लूटपाट के शिकार सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने इमेल से नगर थाने में लिखित शिकायत की थी. इसके आधार पर नगर थाने में जीरो एफआइआर दर्ज की गयी. घटना एक जुलाई से पूर्व का होने के कारण यह एफआइआर भारतीय न्याय संहिता में न दर्ज होकर आइपीसी की धारा में ही दर्ज की गयी है. इसमें उनके साथ ट्रेन में सफर करने वाले दो युवकों को नामजद आरोपी बनाया गया है. केस का अनुसंधान नए कानून के तर्ज पर होगा. नगर थाने से जीरो एफआइआर की कॉपी गायघाट थाने को भेज दी गयी है. नगर थाने में दर्ज जीरो एफआइआर में पीड़ित सॉफ्टवेयर इंजीनियर राम विनय ठाकुर ने बताया है कि वह मूल रूप से गायघाट थाना क्षेत्र के जहांगीरपुर के रहनेवाले हैं. 28 जून को बिहार संपर्क क्रांति से जंक्शन पर उतरे. चार-पांच लोग उसको अपने झांसे में ले लिये. बोले कि आपके गांव के बगल का हूं. चलिए आपको लिफ्ट दे देते हैं. लेकिन वे लोग गायघाट ले जाने के दौरान उन्हें टोल प्लाजा के ऊपर से ले जाने के बजाए नीचे से ले गये. फिर मुंह पर कुछ छिड़क कर बेहोश कर दिये. फिर मोबाइल, आधार कार्ड, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड , मेट्रो कार्ड, एसबीआइ कार्ड, दो एटीएम कार्ड, छह हजार नकद, दो ट्रॉली बैग भी लूट लिए. दो व्यक्ति जो उनके साथ चढ़ा था, वह आनंद विहार से पुरानी दिल्ली से टिकट लिया था. एक का नाम रहमतुल्ला व दूसरा का नाम अफरोज है. पुलिस से दोनों आरोपियों को खोजने के साथ- साथ मोबाइल व सामान की बरामदगी की गुहार लगायी है.
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