Bihar News: रेलवे, एफसीआइ, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया के नाम समेत अन्य विभागों में सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर उत्तर बिहार के बेरोजगार युवाओं से करोड़ों रुपये की ठगी करने के बड़े रैकेट का बेला पुलिस ने खुलासा किया है. रैकेट के मास्टरमाइंड मुजफ्फरपुर के ब्रह्मपुरा थाना के मेहंदी हसन चौक किला बांध रोड के सचेंद्र शर्मा उर्फ दादा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वह सचिवालय का रिटायर्ड अधिकारी है.
गैंग मेंबर की गिरफ्तारी एक लिए चल रही छापेमारी
मास्टरमाइंड के पास से फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भेजने का लिफाफा, इस्टर्न रेलवे हाजीपुर , स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया के कागजात, एक चेकबुक, चार मोबाइल, ज्वाइनिंग लेटर , एक रेजिग्नेशन लेटर समेत अन्य सामान बरामद किया गया है. एएसपी टाउन भानु प्रताप सिंह ने इस रैकेट के खुलासे के लिए थानेदार रंजना वर्मा व नगर डीआइयू के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया है. पुलिस टीम इस रैकेट में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है.
9 सितंबर को दर्ज हुई थी प्राथमिकी
एएसपी टाउन ने बताया कि बेला थाना के बड़ चौक निवासी सौरभ कुमार और उसके दोस्त अहियापुर के बाजार समिति के गेट के रहने वाले मोहन कुमार ने संयुक्त रूप से रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 15 लाख से अधिक रुपये ठगी करने का आरोप लगाकर बीते नौ सितंबर को बेला थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इसके आधार पर पुलिस ने एक आरोपी सचेंद्र शर्मा उर्फ दादा को उसके घर पर छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया है. उससे पूछताछ की तो नौकरी के नाम पर उत्तर बिहार के बेरोजगार युवाओं से ठगी करने के एक बड़े रैकेट सामने आया है. इसमें शामिल सभी आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है.
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बाजार समिति के आलू प्याज कारोबारी ने सोनू मुस्कान से करायी थी मुलाकात
थाने में दर्ज प्राथमिकी में सौरभ व मोहन कुमार ने संयुक्त रूप से बताया है कि दोनों दोस्त को अहियापुर के बाजार समिति के आलू- प्याज व्यवसायी श्याम बाबू सिंह ने लोक गायिका सोनू मुस्कान के अखाड़ाघाट रोड के कृष्णा टॉकीज के पीछे स्थित आवास पर लेकर गया था. वहां सोनू मुस्कान ने बताया था कि सचेंद्र शर्मा उर्फ दादा जो ब्रह्मपुरा के किलाबांध रोड के रहने वाले हैं. वह अलग- अलग विभागों में पैसा लेकर नौकरी लगवाते हैं. उनसे मिलने के लिए पैसा देना पड़ता है. तभी वह किसी से मिलते हैं.
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