-कॉलेजों और पीजी विभागों को नामांकन के दौरान छात्र-छात्राओं के प्रमाणपत्रों की सख्ती से जांच का दिया निर्देश-आवेदन में दी गयी जानकारी का साक्ष्य नहीं देने पर नामांकन का दावा होगा समाप्त
-एक ही अभ्यर्थी के दो अलग-अलग विषयों में आवेदन की स्थिति में भी उनका दावा हाेगा अमान्य
मुजफ्फरपुर.
बीआरएबीयू की ओर से पीजी सत्र 2024-26 में दाखिले को लेकर कटऑफ जारी कर दिया गया है. इसके साथ ही चयनित छात्र-छात्राओं की सूची पोर्टल पर अपलोड करने की कवायद शुरू कर दी गयी है. शनिवार को पोर्टल पर विषयवार उपलब्ध सूची को देखा जा सकता है. अध्यक्ष छात्र कल्याण की ओर से जारी कटऑफ और पत्र में कहा गया है कि छात्र-छात्राओं ने आवेदन में जो विवरण दिये थे. यह कटऑफ उसी आधार पर जारी की गयी है. इसमें स्नातक के अंकों को आधार बनाया गया है. 10 से 20 जनवरी तक चयनित छात्र-छात्राएं आवंटित संस्थानों में दाखिला ले सकते हैं. इसके साथ ही कॉलेजों के प्राचार्य और पीजी विभागाध्यक्षों को कहा गया है कि नामांकन के दौरान अभ्यर्थियों के आवेदन में दिये विवरण से प्रमाणपत्रों का मिलान कर लें. यदि आवेदन में दी गयी जानकारी का प्रमाण वे नहीं दे पाते हैं तो उनका नामांकन का दावा समाप्त हो जाएगा. इसके साथ ही यदि उन्होंने मेरिट लिस्ट में आने के लिए गलत विवरण दिया हो तो भी वे नामांकन नहीं ले पाएंगे. वहीं एक ही अभ्यर्थी दो अलग-अलग विषयों के लिए आवेदन किये हों तो उनकी भी अभ्यर्थिता रद्द की जाएगी.गृहविज्ञान का अधिकतम कटऑफ 93 तो कॉमर्स का कटऑफ 87 के पार
विश्वविद्यालय की ओर से जारी कटऑफ में दर्जनभर से अधिक विषयों का कटऑफ काफी अधिक गया है. साइंस संकाय में सभी पांचों विषयों का अधिकतम कटऑफ 80 के पार पहुंंच गया है. जूलॉजी का अधिकतम कटऑफ सबसे अधिक 89 है. भौतिकी का अधिकतम कटऑफ 80, गणित का कटऑफ 81, रसायनशास्त्र का कटऑफ 83, बॉटनी का कटऑफ 82 से अधिक है. कॉमर्स का अधिकतम कटऑफ 87 के पार है. वहीं इतिहास का कटऑफ 78, मनोविज्ञान का कटऑफ 83, संस्कृत का कटऑफ 78, दर्शनशास्त्र का कटऑफ 84, अर्थशास्त्र का कटऑफ 80 से अधिक है.आवंटित कॉलेज में दाखिला लेना अनिवार्य
नामांकन की प्रक्रिया शुरू करने के साथ ही अभ्यर्थियों को कहा गया है कि आवंटित कॉलेज में उन्हें नामांकन लेना होगा. नामांकन नहीं लेने की स्थिति में दूसरी सूची में उनका दावा समाप्त हो जाएगा. वह सीट प्रतीक्षारत छात्र-छात्राओं को आवंटित कर दी जाएगी. बता दें कि इस सूची में 10 हजार से अधिक स्टूडेंट्स का नाम शामिल किया गया है. पीजी में दाखिले के लिए 25 हजार से अधिक स्टूडेंट्स ने आवेदन किया था. सबसे अधिक आवेदन इतिहास विषय में आये थे.
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