Muzaffarpur News: सरकारी योजनाओं का लाभ पाने के लिए मुजफ्फरपुर शहर के लोग रोजाना साइबर कैफे में ऑनलाइन आवेदन शुल्क के रूप में करीब 9 लाख रुपये का भुगतान कर रहे हैं. इसमें सबसे अधिक मामला जमीन संबंधी है. खासकर दाखिल खारिज, खतियान निकालना और जमाबंदी के लिए कैफे में लोगों की भीड़ लग रही है. शहर में करीब तीन सौ साइबर कैफे हैं.
रोज हो रही 9 लाख रुपए की कमाई
रजिस्ट्री कार्यालय, कोर्ट, स्कूल-कॉलेज और एसएसपी कार्यालय के समक्ष साइबर कैफे का हब बना हुआ है. वहीं हर वार्ड में तीन-चार कैफे खुल गए हैं. एक कैफे का एक दिन की औसत कमाई तीन हजार माना जाए तो तीन सौ कैफे से करीब नौ लाख की कमाई राेज हो रही है. जब से विभिन्न सरकारी योजनाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन सहित कॉलेजों में एडमिशन फीस जमा करने के लिए ऑनलाइन सुविधा शुरू हुई है, कैफे में छात्र-छात्राओं की भीड़ उमड़ने लगी है.
आवेदन करने कैफे पहुंच रहे लोग
यहां से राशन कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन देने के अलावा जाति प्रमाण पत्र, आवासीय प्रमाण पत्र, चरित्र प्रमाण पत्र और पासपोर्ट के अलावा विभिन्न विभागों में निकली रिक्तियों के लिए ऑनलाइन आवेदन के लिए लोग पहुंच रहे हैं. लोगों की भीड़ बढ़ने पर कई साइबर कैफे का सेटअप भी बदल चुका है.
ऑनलाइन आवेदन मिला स्वरोजगार का अवसर
ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू होने से शहर के बेरोजगारों को रोजगार का अवसर मिला है. कई लोगों ने अपने घर में ही सेंटर खोल रखा है. आसपास के लोग इसी सेंटर से अपना काम करा रहे हैं. कई बैंकों के सीएसपी सेंटरों से भी ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरा जाने लगा है.
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क्या कहते हैं कैफे के मालिक
- सदर अस्पताल स्थित साइबर कैफे चलाने वाले नीरज कुमार ने कहा कि इन दिनों जमीन संबंधी काम के लिए बहुत लोग आ रहे हैं. इससे पहले की अपेक्षा कमाई बढ़ी है.
- स्टेशन रोड स्थित कैफे संचालक प्रशांत कुमार ने बताया कि ऑनलाइन आवेदन के लिए उनके यहां ग्रामीण क्षेत्रों के लोग भी आते हैं. पिछले एक वर्ष में ऑनलाइन कार्यों के लिए लोगों की भीड़ दोगुनी हो गयी है.
- बैंक रोड स्थित एक कैफे के संचालक रतन कुमार ने कहा कि जमीन के कार्यों के अलावा राशन कार्ड, आवासीय प्रमाण पत्र, बिजली मीटर रिचार्ज, आधार कार्ड से पैसा निकलने के लिए भी काफी लोग आते हैं.
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