मुजफ्फरपुर. जिले के सभी थाने में दर्ज होने वाले साइबर फ्रॉड व सोशल मीडिया से संबंधित कांडों की इओयू व एनसीआरपी की ओर से जानकारी मांगी गयी है. आर्थिक अपराध इकाई पटना से भेजे गए पत्र के आलोक में जिले के सभी थानेदारों को साइबर थाने की पुलिस ने जल्द से जल्द रिपोर्ट तैयार करके उनके यहां दर्ज कांड, फ्रॉड की राशि, साइबर अपराधियों पर की गयी कार्रवाई और सोशल मीडिया से संबंधित अपराध और उसमें की गयी कार्रवाई को एक फॉर्मेट में भरकर डाटा साइबर थाने को भेजा जाये. इसके बाद यह रिपोर्ट पुलिस कार्यालय से आर्थिक अपराध इकाई पटना और एनसीआरपी को भेजें. जानकारी हो कि जिले में साइबर अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. पिछले साल जून में साइबर थाना एक्टिव हुआ. लेकिन, डीएसपी सीमा देवी की पोस्टिंग के बाद साइबर थाने की पुलिस लगातार एक्टिव मोड में है. पिछले चार माह पांच दिन 42 साइबर फ्रॉड से संबंधित एफआइआर दर्ज किया गया है. इस दौरान साइबर थाने की पुलिस ने दो दर्जन से अधिक सक्रिय साइबर अपराधियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है. मालूम हो कि साइबर फ्रॉड के बढ़ रहे मामलों के बीच में जिले में औसतन प्रतिमाह शहरी थाने में पांच से दस साइबर फ्रॉड की शिकायत दर्ज हो रही है. वहीं ग्रामीण थानों में दो से पांच प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. मुजफ्फरपुर भी साइबर अपराधियों का नया हब बनता जा रहा है. यहां बीते एक साल में दूसरे राज्यों की पुलिस ने छापेमारी कर कई साइबर अपराधियों को गिरफ्तार करके अपने साथ ले गयी है.
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