सिलौत से गुजर रही थी दानापुर इंटरसिटी, अचानक हुई तेज आवाज और धूल के गुबार को देख घबरा गए यात्री
13212 दानापुर-जोगबनी एक्सप्रेस सोमवार को दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बच गई. रेलवे ट्रैक पर करीब 200 मीटर तक पत्थर रखे हुए थे. लेकिन ट्रीय नहीं रोका गया जिससे तेज आवाज हुई और यात्रियों में दहशत फैल गई.
मुजफ्फरपुर. गाड़ी संख्या-13212 दानापुर इंटरसिटी सोमवार की सुबह अपने रफ्तार के साथ सिलौत स्टेशन से गुजर रही थी, और अचानक तेज आवाज से यात्री दहशत में आ गये. घबरा कर कई यात्री कोच के गेट तक पहुंच गये, वहीं कई खिड़की से बाहर क्या हुआ, यह देखने की कोशिश करने लगे. बाहर में पत्थर के टूकड़े बिखर कर उड़ रहे थे, वहीं धूल का गुबार दिख रहा था.
सोशल मीडिया पर युवक ने रेलवे से की शिकायत
सोशल मीडिया एक्स के पेज से एक यूजर ने ईसीआर हाजीपुर, डीआरएम सोनपुर व रेल मदद को टैग करते हुये, यह पूरी सूचना दी, साथ ही धूल के गुबार का एक वीडियो भी अधिकारियों को टैग कर दिया. जिसमें बताया कि सुबह के 8.44 बजे गाड़ी जब सिलौत स्टेशन से गुजर रही थी, तो 200 मीटर में पत्थर रखा हुआ था, ट्रेन रूकी नहीं, और तेज आवाज होने लगी. जिससे सफर कर रहे, सभी यात्री घबरा गये. समस्तीपुर पहुंचने के बाद यात्री शांत हुये. मामले में तत्काल रेलवे सेवा की ओर से संज्ञान लिया गया. वहीं आरपीएफ ईस्ट सेंट्रल की ओर से शिकायत नंबर दर्ज करते हुये, आरपीएफ सोनपुर मंडल को जांच कर, कार्रवाई का निर्देश दिया है.
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ऐसे में मामले में मुकदमा चलाने की कार्रवाई
रेलवे पटरियों के साथ आपराधिक छेड़छाड़ करके सार्वजनिक सुरक्षा को खतरे में डालने के आरोप में लगातार गिरफ्तारी हो रही है. रेलवे पटरियों पर विभिन्न प्रकार की वस्तुएं रख कर वीडियो बनाने का मामला हाल में सामने आया था. मामले में आरपीएफ के सीनियर पदाधिकारियों की ओर से बताया गया कि रेल सुरक्षा को कमजोर करने के किसी भी प्रयास का दृढ़ संकल्प और सख्त कानूनी कार्रवाई के साथ सामना किया जाएगा, और ऐसी गतिविधियों में शामिल लोगों पर अधिकतम सजा सुनिश्चित करने के लिए मुकदमा चलाया जाएगा. साथ ही ऐसी जानकारी रेलवे सुरक्षा बल या रेल मदद को टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 139 के माध्यम से देने के लिये जागरूक किया.