डीबीआर कंपनी से जुड़ने के लिए जबरन हैंड फ्री कर कराया जाता था कॉल, इनकार करने पर होती थी बर्बरता

डीबीआर कंपनी से जुड़ने के लिए जबरन हैंड फ्री कर कराया जाता था कॉल, इनकार करने पर होती थी बर्बरता

By Prabhat Khabar News Desk | June 22, 2024 1:25 AM

-सारण की युवती से यौन शोषण के मुख्य आरोपी ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में किये कई अहम खुलासे -पुलिस कंपनी के डायरेक्टर मनीष सिन्हा की गिरफ्तारी के लिए नेपाल से लेकर गोरखपुर तक कर रही रेड -डीबीआर कंपनी के सक्रिय कार्यालय की पुलिस गोपनीय तरीके से जुटा रही जानकारी मुजफ्फरपुर. डीबीआर कंपनी से दूसरे लोगों को जोड़ने के लिए ट्रेनिंग कर रहे लड़के- लड़कियों पर शारीरिक व मानसिक रूप से दबाव बनाया जाता था. कंपनी के कर्मी जबरन लड़के व लड़कियों का मोबाइल छीन लेते थे. उनके कांटेक्ट में शामिल लोगों को हैंड फ्री करके कॉल करवाया जाता था. उनसे कहलवाते था कि डीबीआर कंपनी बेरोजगार युवक- युवतियों के लिए वरदान है. यह कंपनी ज्वाइनिंग के बाद से ही 25 हजार रुपये प्रति माह वेतन देने लगती है. इसके अलावा अन्य लोगों को जोड़ने पर कमीशन भी दिया जाता था. इस तरह से ज्यादा से ज्यादा लड़के-लड़कियों को जोड़कर कंपनी को कमाई करायी जाती थी. अगर कॉल करने या इस तरह की लुभावनी बातें कहने से अगर कोई लड़का या लड़की इनकार करता था तो उनके साथ बर्बरता की जाती थी. उनको सार्वजनिक रूप से बेल्ट से भी पीटा जाता था. यह जानकारी पुलिस को दिये अपने स्वीकारोक्ति बयान में मुख्य आरोपी तिलक राज सिंह ने दी है. वह सीवान की युवती से यौन शोषण करने के मामले में मुख्य आरोपी है. उसने बताया कि वह इंटर पास है और 2021 से डीबीआर कंपनी में सुपरवाइजर का काम देख रहा है. इस कंपनी के डायरेक्टर मनीष कुमार सिन्हा उर्फ मनीष कुमार गोपालगंज के रहने वाले हैं. वर्ष 2022 में फेसबुक के माध्यम से सारण जिले की युवती जो स्नातक सेकंड इयर की छात्रा थी उससे पहचान हुई थी. उसने युवती को झांसा दिया कि डीबीआर कंपनी को ज्वाइन कर लो. यहां प्रतिमाह 25 हजार रुपये वेतन दिया जाता है. कंपनी से ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने पर कमीशन के आधार पर वेतन दिया जाता है. इसके बाद उसको कंपनी से जोड़ दिया. तिलक सिंह ने यह भी बताया है कि वह सारण जिले की रहने वाली युवती को शादी का झांसा देकर यौन शोषण किया. कई बार उसको जान मारने की धमकी भी दी. तिलक सिंह बाइक का शौकीन है. उसके पास तीन बाइक व एक कार है. उधर,चर्चा है कि सारण जिले की युवती की शनिवार को कोर्ट में गवाही होगी. – नेपाल से लेकर गोरखपुर तक छापा, कंपनी का सीएमडी हुआ अंडरग्राउंड डीबीआर कंपनी के डायरेक्टर मनीष सिन्हा, एनामुल अंसारी, अहमद राजा, विजय कुशवाहा समेत आठों नामजद आरोपी पुलिस की दबिश के बाद अंडरग्राउंड हो गए है. पुलिस उनकी गिरफ्तारी को लेकर लगातार छापेमारी कर रही है. डायरेक्टर समेत मुख्य आरोपियों के नेपाल भागने की आशंका पर जिला पुलिस की एक टीम वहां भी रेड करने पहुंची है. बताया जाता है कि डीबीआर के रक्सौल सेंटर से नेपाल का बॉर्डर काफी नजदीक है. सेंटर चलने वाला एनामुल अंसारी के नेपाल में भी अच्छी पैठ है, कहीं सभी नेपाल में तो नहीं छिपे हुए हैं. पुलिस टीम आरोपियों के सभी संभावित ठिकानों पर रेड कर रही है. सारण की युवती ने जिन 52 लड़के-लड़कियों को कंपनी से था जोड़ा, उनका नहीं हो पाया सत्यापन अहियापुर थाने में दर्ज प्राथमिकी में सारण की युवती ने जिन 52 से अधिक लड़के- लड़कियों को कंपनी से जोड़ने की बात कही थी. उनका अब तक सत्यापन नहीं हो पाया है. युवती के अनुसार सभी लड़के लड़कियां सारण, सीवान, हाजीपुर व उनके आसपास से इलाके के ही हैं. पुलिस उनका बयान दर्ज करेगी. इसके बाद आरोपियों पर शिकंजा कसा जाएगा. – बखरी सेंटर में जांच को पहुंची पुलिस टीम, नहीं मिले एक भी लड़के अहियापुर थाने में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से पुलिस टीम लगातार जांच कर रही है. पुलिस शुक्रवार को फिर से सेंटर पर जांच करने पहुंची. वहां कोई लड़का नहीं मिला. पिछली बार जब पुलिस टीम पहुंची थी तो 50 से अधिक लड़के-लड़कियां मिले. लेकिन, कार्यालय चलने का कोई प्रमाण नहीं मिला था. उस समय बताया गया था कि सभी को लॉज में रखा गया था. बाद में पुलिस की जांच बढ़ने के साथ- साथ सभी लड़के लड़कियां धीरे- धीरे गायब हो गयीं. – अजय प्रसाद ने अपने बयान में कहा तीन बार गर्भवती हुई थी सारण की युवती डीबीआर कंपनी के कार्यालय में लड़कियों को बेल्ट से पिटाई करने के आरोप में जेल भेजे गए यूपी के बलिया के अजय प्रसाद ने स्वीकारोक्ति बयान में कहा है कि सारण जिले की युवती तीन बार गर्भवती हुई थी. लेकिन, तिलक सिंह ने उसको दवा खिलाकर गर्भपात करवा दिया. उसने अपने बयान में कहा है कि 2022 में तिलक सिंह ने मोबाइल से कॉल करके डीबीआर कंपनी से दर्जनों ग्राहकों को जोड़ा था. सारण जिले की युवती को 25 हजार रुपये प्रतिमाह देने का झांसा देकर कंपनी से ज्वाइन करवाया. – मनीष सिन्हा ने युवती को दिया था 50 हजार रुपये प्रतिमाह देने का झांसा अजय प्रसाद ने अपने बयान में आगे कहा कि युवती जब तीन माह काम कर ली तो उसको कंपनी के डायरेक्टर मनीष सिन्हा ने अपने पास बुलाकर कहा था कि अगर कंपनी से 50 लड़के-लड़कियों को जोड़ दोगी तो तुम्हारी सैलरी 50 हजार रुपये प्रति माह कर दी जाएगी. मासिक वेतन के अलावा अतिरिक्त बोनस का भी लाभ दिया जाएगा. फिर, शादी कराने का झांसा देकर तिलक सिंह ने कई बार युवती के साथ शारीरिक संबंध भी बनाता था. अनुशासन कायम करने के लिए सारण की युवती का दूसरी लड़की से हुआ था झगड़ा अजय ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में कहा है कि कार्यालय में अनुशासन मेंटेन करने के क्रम में सारण जिले की युवती का दूसरी लड़की से लड़ाई हुई थी. इसमें दूसरी लड़की को दोषी पाया गया था. फिर, उसकी बेल्ट से पिटाई की गयी थी. बाकियों को यह सीख दी गयी कि अगर कोई अनुशासन तोड़ेगा तो उसे भी इसी तरीके से पीटा जाएगा. बाद में यह मारपीट का वीडियो वायरल हो गया.

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