मुजफ्फरपुर.
डीबीआर यूनिक नेटवर्किंग कंपनी में नौकरी के नाम पर युवक-युवतियों से ठगी, मारपीट और यौन शोषण करने के मामले में आरोपी बनाए गए निदेशक मनीष सिन्हा की अग्रिम जमानत अर्जी पर 30 सितंबर को सुनवाई होगी. विशेष न्यायालय में सुनवाई चल रही है. इस मामले में निचली अदालत से केस रिकॉर्ड मांगी गई है. केस रिकॉर्ड आने पर अग्रिम जमानत अर्जी पर सुनवाई होगी. अहियापुर थाना के दारोगा जीतेंद्र महतो ने इस कांड में जेल में बंद आरोपित तिलक सिंह और अजय कुमार उर्फ अजय प्रताप पर चार्जशीट दाखिल कर दी है. इसमें आईओ ने कोर्ट को बताया है कि निदेशक मनीष सिन्हा पर भी आरोप सत्य पाया गया है. उसकी गिरफ्तारी के लिए गोपालगंज में छापेमारी की गयी, लेकिन, वह फरार पाया गया है. उसके खिलाफ अन्य जिलों से भी आईओ क्राइम हिस्ट्री की मांग की है. हालांकि, अन्य जिलों ने उसके खिलाफ केस का ब्योरा नहीं दिया है.मनीष सिन्हा पर पूर्व से अहियापुर में नौकरी के नाम पर ठगी व मारपीट का मामला दर्ज होने की बात बताई गई है। जिसमें मनीष सिन्हा पर चार्जशीट दाखिल हो चुकी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है