सदर अस्पताल : पर्ची काटने पर हुई देरी, मरीजों ने किया हंगामा
सदर अस्पताल : पर्ची काटने पर हुई देरी, मरीजों ने किया हंगामा
-पर्ची काटने पर हुई देरी, मरीजों ने किया हंगामा -सदर अस्पताल में चार दिनों बाद उमड़ी भीड़ -सुबह सात बजे से ही पहुंचने लगे थे मरीज मुजफ्फरपुर. सदर अस्पताल के पर्ची काउंटर पर पर्ची मिलने में देरी हुई तो मरीजों ने हंगामा कर दिया. कहा कि पर्ची काउंटर पर कर्मचारी लापरवाही बरत रहे हैं. इससे उनको देरी हो रही है. उधर, कर्मचारियों ने बताया कि मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण पर्ची काटने में देर हो रही है. मंगलवार को भारी संख्या में मरीज अपना इलाज कराने पहुंचे थे. वह डॉक्टरों को ओपीडी में दिखाने से पहले पर्ची कटवाने के लिए काउंटर पहुंचे थे, लेकिन वहां लगातार भीड़ बढ़ती जा रही थी. सदर अस्पताल में तीन दिनों तक डॉक्टर की हड़ताल के कारण ओपीडी बंद रहा और रक्षाबंधन के कारण सोमवार को मरीज इलाज के लिए नहीं पहुंचे. लेकिन एक दिन बाद यहां काफी मरीज पहुंचे. सुबह सात बजे से ही यहां मरीजों की भीड़ जुटने लगी थी. रजिस्ट्रेशन काउंटर पर नौ बजे तक दो सौ से अधिक मरीज थे. तेज धूप में खड़े मरीजों ने जब पर्ची कटने में देरी हुई तो हंगामा करना शुरू कर दिया. मरीज पहले रजिस्ट्रेशन कराने के लिए बुकिंग काउंटर पर टूट पड़े. करीब एक घंटे तक अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही. हालांकि सुरक्षा गार्ड ने किसी तरह मरीजों को शांत कराया और उन्हें फिर से कतार में लगवाकर बारी-बारी से रजिस्ट्रेशन कराया. —- भीड़ देख घबरा गयीं महिलाएं, बगैर इलाज लौटीं ग्रामीण क्षेत्रों से आयीं कई महिलाएं भीड़ में रजिस्ट्रेशन नहीं करा सकीं. वे बिना इलाज के ही लौट गयीं. सतपुरा की निशा परवीन ने बताया कि वह बच्चे का इलाज कराने के लिए आयी थीं, लेकिन पर्ची नहीं कटा सकी. वहीं कुछ लोगों ने ओपीडी में लगे स्कैनर से अपना रजिस्ट्रेशन कराया. कई मरीज स्कैनर से रजिस्ट्रेशन करा पाने में सफल नहीं हुए. स्कैनर के बाद खुले विंडों पर वे अपना नाम पता सही तरीके से नहीं भर सके. इस कारण उनका रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया. —— 9 दिन बाद फिर से शुरू हुई ओपीडी सेवा माधव-40 मुजफ्फरपुर. श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में ओपीडी सेवा 9 दिनों के बाद फिर से शुरू की गयी. मंगलवार को 871 मरीजों का इलाज हुआ. ओपीडी की सेवाएं कुछ दिनों से बंद थीं. लेकिन अब इसे फिर से शुरू कर दिया गया है. डॉक्टर के साथ कोलकाता में हुए दुष्कर्म व हत्या के विरोध में इसे बंद किया गया था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है