मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में मरीजों को स्ट्रेचर उपलब्ध कराने वाली एजेंसी पर फाइन लगने के बावजूद भी अस्पताल में व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा है। सोमवार की शाम को एक गंभीर स्थिति में मरीज को अस्पताल लाया गया, लेकिन स्ट्रेचर की कमी के कारण परिजनों को काफी परेशानी हुई।
मरीज को ICU तक पहुंचाने में हुई देरी
बोचहां की रहने वाली 74 वर्षीय विमला देवी, जिनका इलाज पिछले दो दिनों से एक निजी अस्पताल में चल रहा था, सोमवार को उनकी हालत गंभीर हो गई और परिजनों ने उन्हें SKMCH लाया. डॉक्टर ने मरीज की स्थिति को देखकर तुरंत आईसीयू में भेजने का निर्देश दिया क्योंकि उन्हें वेंटिलेटर की जरूरत थी। लेकिन स्ट्रेचर की व्यवस्था में खामी के कारण मरीज को ICU तक ले जाने में करीब आधे घंटे की देरी हुई.
स्ट्रेचर मैन की लापरवाही और परिजनों का गुस्सा
मरीज के बेटे मृत्युंजय ठाकुर ने बताया कि स्ट्रेचर मैन ने मरीज को इमरजेंसी में छोड़कर गायब हो गए थे. परिजनों ने काफी समय तक उन्हें ढूंढा, लेकिन वह नहीं मिले. अस्पताल में गार्ड और अन्य कर्मियों ने भी स्ट्रेचर मैन की तलाश की, लेकिन वे कहीं नहीं मिले। इस लापरवाही के चलते परिजनों में गुस्सा था और उन्होंने अस्पताल प्रशासन पर सवाल उठाए.
स्ट्रेचर सेवा पर गंभीर सवाल
यह घटना अस्पताल की व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। हालाँकि, स्ट्रेचर की सुविधा के लिए एजेंसी पर पहले ही जुर्माना लगाया गया था, लेकिन अब भी सेवा में सुधार की कोई ठोस योजना नजर नहीं आ रही है। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन से बेहतर सेवा और तत्परता की उम्मीद जताई है।