वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर भाकपा-माले के जिला सचिव कृष्णमोहन के नेतृत्व में माले का 9 सदस्यों वाला प्रतिनिधिमंडल बिहार विधानसभा के पर्यटन-उद्योग समिति के सभापति सत्यदेव राम से मिला और मांगपत्र सौंपा. कृष्णमोहन ने कहा कि शहर के बीचों-बीच मरीन ड्राइव की तरह एक पर्यटन स्थल तैयार किया जा रहा है. जिसे लेक फ्रंट प्रोजेक्ट का नाम दिया गया है. इसके तहत 3000 हजार मीटर से लंबा साइकिल ट्रैक, पाथ वे, नौका विहार, 1517 वर्गमीटर का कम्युनिटी हॉल, 2 मीटर चौड़ाई का ग्रीन बफर जोन, 350 कार पार्क करने की व्यवस्था के साथ ही 200 स्टॉल लगाने की योजना है. जिसकी कुल लागत 184.63 करोड़ रुपये है. इस योजना में भारी भ्रष्टाचार है. सभी मानकों को तोड़ते हुए निर्माण कंपनी काम कर रही है और डीएम को कंप्लेन करने पर स्मार्ट सिटी का काम कहकर पल्ला झाड़ लिया जा रहा है. ये मुजफ्फरपुर की जनता के टैक्स के पैसे की लूट है और इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए. उसके बाद ही कंपनी को किसी भी तरह का भुगतान हो. नगर सचिव सूरज सिंह ने कहा कि मरीन ड्राइव पर लगने वाले स्टालों को शहर से अतिक्रमण के नाम पर हटाये गए फुटपाथी दुकानदारों को इन स्टालों को आवंटित किया जाय. ये ध्यान रहे कि सांसद-विधायक-मंत्री के लोगों को इसका आवंटन नहीं होना चाहिए. प्रतिनिधि मंडल ने सभापति समेत इस समिति में शामिल विधायक शिवप्रकाश, बोचहां विधायक अमर पासवान को बुके-माला पहनाकर सम्मानित किया. प्रतिनिधिमंडल में आइसा के जिला सचिव दीपक, माले नगर कमेटी के सदस्य शाहनवाज़ हुसैन उर्फ नौशाद, माले शाखा सचिव मोहम्मद सफी, लक्ष्मण राय, मोहम्मद ताजू, मुनीम महतो और मो राशिद शामिल थे.
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