स्मार्ट पुलिसिंग के साथ अपराधियों में खौफ पैदा कीजिए : डीजीपी

डीजीपी ने जिले के सभी डीएसपी के साथ की समीक्षा बैठक

By Prabhat Khabar News Desk | September 2, 2024 12:59 AM

पद पर योगदान देने के बाद पहली बार मुजफ्फरपुर पहुंचे थे डीजीपी आलोक राज

मुजफ्फरपुर. बिहार के नवनियुक्त डीजीपी आलोक राज पद पर योगदान देने के बाद पहली बार रविवार को मुजफ्फरपुर पहुंचे. वे पहले सरैया स्थित अपने पैतृक गांव नेउरा गये. वहां से लौटने पर एसएसपी कार्यालय पहुंचे. यहां एसएसपी कार्यालय परिसर में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसके बाद उन्होंने जिले के सभी वरीय पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने विभिन्न बिंदुओं पर पुलिसिंग की समीक्षा की और दिशानिर्देश भी दिए. जिले में पुलिस बल की संख्या, रिसोर्स, केस स्टेटस और क्राइम की स्थिति पर बात की. कहा कि लोगों को बेहतर सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराना पुलिस की जिम्मेवारी है. उन्हाेंने सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क को ठीक तरीके से कार्य करने, डायल 112 को नियत समय पर पहुंचने का निर्देश दिया. नये नियम के लागू होने के बाद पुलिस को स्मार्ट तरीके से कार्य करने, साक्ष्यों को जुटाने और तकनीक आधारित अनुसंधान पर जोर दिया गया है. इसको लेकर प्रशिक्षण भी दिया गया है. वरीय पदाधिकारियों की निगरानी में पुलिस स्मार्ट तरीके से मामलों का निष्पादन करे.

एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि डीजीपी ने जिले में क्राइम कंट्राेलिंग के लिए किए जा रहे प्रयासों और अपराध के पैटर्न को भी जाना. उन्होंने कहा कि पुलिस को स्मार्ट तरीके से अपना कार्य करना है. उन्होंने पेंडिंग मामलों को त्वरित गति से निपटाने का निर्देश दिया. समीक्षा के क्रम में उन्होंने पुलिस को मुहैया करायी गयी गाड़ियों का भी फीडबैक लिया. उन्होंने कहा कि उनके यहां आने का उद्देश्य यह भी है कि पुलिस का मनोबल ऊंचा हो. साथ ही अपराध नियंत्रण के लिए बनायी जा रही रणनीति को और बेहतर तरीके से लागू किया जाए. इसको लेकर उन्होंने कार्ययोजना बनायी. बैठक में एसएसपी राकेश कुमार के साथ ही सभी डीएसपी, एसडीपीओ और अन्य पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे.

डीजीपी गांव पहुंच पिता से लिया आशीर्वाद, कुलदेवता की पूजा की

सरैया.

डीजीपी आलोक राज रविवार को गोपालपुर नेउरा गांव स्थित अपने पैतृक निवास स्थान पहुंचे. अपने पैतृक घर में प्रवेश कर सर्वप्रथम अपने पिता परमेश्वर प्रसाद (पूर्व सांख्यिकी निदेशक बिहार सरकार) का चरण स्पर्श करने के बाद अपने कुलदेवता को प्रणाम किया. उसके बाद घर के समीप बने जगदम्बा स्थान व शिवालय में पूजा-अर्चना की. उसके बाद घर के समीप स्थित मजार पर स्थानीय विधायक अशोक कुमार सिंह व पूर्व प्रखंड प्रमुख उमर अंसारी के साथ चादरपोशी की. उसके बाद पूर्व प्रमुख के आवास परिसर में स्थानीय विधायक सहित अन्य जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने फूल माला देकर सम्मानित किया. कहा कि मैं अपने पैतृक गांव आया हूं और आप सबों का प्यार पाकर मुझे बहुत अच्छा लगा. अपने पूर्वजों की मिट्टी को प्रणाम करने में, अपने गांव के मंदिर में जाकर भगवान को प्रणाम करने में, गांव में स्थित खानकाह हफिजिया के दरबार में अवस्थित शाह अब्दुल हाफिज तेगी रहमतुल्लाह अल्है के मजार जाकर दर्शन करने और चादरपोशी करने में मुझे अभूतपूर्व आनंद की अनुभूति प्राप्त हुई है. मैं राज्य सरकार का बहुत आभारी हूं कि उन्होंने मुझे बिहार पुलिस सेवा के डीजीपी पद पर आसीन कर सेवा करने का अवसर दिया है.

पढ़ाई में खूब मेहनत करो

कहा कि मैं आम जनता का डीजीपी हूं. हम सभी का यह प्रयास होना चाहिए कि हमारा समाज अपराध मुक्त, नशामुक्त व भयमुक्त हो. तभी हमलोग एक अच्छे समाज की परिकल्पना कर सकते हैं. वहीं मौके पर उपस्थित छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आपके जीवन को पढ़ाई ही ऊंचाई तक पहुंचा सकता है. इसलिए पढ़ाई में खूब मेहनत करो ताकि आप अपने समाज, गांव, जिला और राज्य का नाम रौशन कर सको.

यह रहे उपस्थित

डीजीपी के आगमन को लेकर एसडीपीओ सरैया कुमार चंदन और थानाप्रभारी सरैया जयप्रकाश सिंह, थाना प्रभारी मोनू कुमार सहित अन्य अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे. मौके पर बीडीओ डॉ भृगुनाथ सिंह, सीओ अंकित कुमार सहित अन्य अधिकारियों के साथ ग्रामीण मुकेश कुमार, सज्जादानशीं प्रो. शमीउल कादरी, पूर्व मुखिया सूर्यदेव सिंह, स्थानीय डाकबाबू मोहन प्रसाद, बच्चा पटेल, मनोज पटेल, अरुण सिंह सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version