मुजफ्फरपुर.
एमआइटी के फार्मेसी विभाग की ओर से फार्मेसी प्रैक्टिस और फार्माकोलॉजिकल रिसर्च : वर्तमान व भविष्य की दृष्टि विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इसका उद्देश्य फार्मेसी के क्षेत्र में हो रहे शोध व विकास की जानकारी प्रदान करना था. कार्यक्रम का उद्घाटन प्राचार्य डॉ एमके झा ने किया. प्राचार्य ने कहा कि फार्मेसी क्षेत्र में प्रगति को समझने व छात्रों को नवीनतम शोध और प्रथाओं से अवगत कराने के लिए इस तरह के आयोजन अहम हैं. कार्यक्रम का संयाेजन फार्मेसी के एचओडी डॉ संजय कुमार ने किया. सह-संयोजक के रूप में दीपाली मेहरा और मो रूहुल ऐन ने इस आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई. कार्यक्रम को एमआइटी के स्टार्टअप सेल व माइप्रो फार्मास्यूटिकल प्राइवेट लिमिटेड ने इसमें सहयोग किया. फार्माकोलॉजी व टॉक्सिकोलॉजी एनआइपीइआर हाजीपुर के सहायक प्राध्यापक डॉ नितेश कुमार ने “नवीनतम फार्माकोलॉजिकल तकनीकों और अनुसंधान ” पर अपने विचार साझा किये.ड्रग डिस्कवरी व विकास में फार्माकोलॉजी की भूमिका
इन विट्रो व इन विवो मॉडल्स के उपयोग और फार्माकोलॉजिकल रिसर्च में भूमिका पर प्रकाश डाला. इसी संस्थान की सहायक प्रोफेसर डॉ कृष्णा मूर्ति ने “फार्मेसी प्रैक्टिस के नैतिक पहलू व मरीज-केंद्रित दृष्टिकोण ” पर चर्चा की. उन्होंने फार्मासिस्ट की भूमिका को परामर्श व मरीजों की देखभाल तक विस्तारित करने पर जोर दिया. डॉ फार्माकोलॉजी डीपीएसआरयू नई दिल्ली के सहायक प्रोफेसर अजीत ठाकुर ने ड्रग डिस्कवरी और विकास में फार्माकोलॉजी की भूमिका ” पर व्याख्यान दिया.आधुनिक तकनीकों का उपयोग पर चर्चा
उन्होंने नई दवाओं के प्रीक्लिनिकल व क्लिनिकल परीक्षण की विधियों पर चर्चा की. फार्माकोलॉजी और टॉक्सिकोलॉजी एनआईपीइआर हाजीपुर के सहायक प्राध्यापक डॉ संजीव सिंह ने “जहरीले पदार्थों के प्रभाव व उनके उपचार ” पर अपनी प्रस्तुति दी. उन्होंने विष विज्ञान में आधुनिक तकनीकों का उपयोग और उनकी प्रभावशीलता पर चर्चा की. माईप्रो फार्मास्युटिकल प्रा.लि. नई दिल्ली के निदेशक राजीव रंजन ने फार्मा उद्योग में करियर के विभिन्न अवसरों पर प्रकाश डाला. उन्होंने छात्रों को फार्मास्युटिकल उद्योग में उद्यमशीलता को अपनाने के लिए प्रेरित किया.
अनुभवों से सीखने का अवसर मिला
कार्यक्रम में प्रो मनीष भारती, प्रो रवि, प्रो राहुल पंकज, प्रो अमरेंद्र, प्रो मनीषा ने भागीदारी निभायी. राकेश साह (स्टार्टअप कॉर्डिनेटर), सतीश, रौशन, अनुपमा जायसवाल, नीरज, धीरज, प्रेमजीत, आकाश, राखी, सोनम, चांदनी, संत, आदित्य राज ने कार्यक्रम के आयोजन में अहम भूमिका निभायी. इस आयोजन में बिहार के विभिन्न कॉलेजों के फार्मेसी छात्रों ने हिस्सा लिया.छात्रों को विशेषज्ञों से बातचीत व उनके अनुभवों से सीखने का अवसर मिला. धन्यवाद ज्ञापन प्रो राहुल ऐन ने किया.
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