श्रमदान कर विस्थापित ग्रामीण खुद बना रहे सड़क
श्रमदान कर विस्थापित ग्रामीण खुद बना रहे सड़क
प्रतिनिधि, औराई बागमती परियोजना उत्तरी व दक्षिणी बांध के बीच स्थित मधुबन प्रताप गांव में सड़क निर्माण के लिये जब सरकार व प्रशासन ने अपना हाथ खींच लिया तो स्वयंसेवी संस्था गुंज, अमर त्रिशला सेवा आश्रम व पंचायत समिति सदस्य सरहंचिया के सहयोग से ग्रामीणों ने खुद ही सड़क निर्माण करना शुरू कर दिया. लगभग 200 की संख्या में मधुबन प्रताप के ग्रामीण विगत दो दिनों से मधुबन प्रताप गांव से बागमती नदी की दक्षिणी उपधारा तक सड़क निर्माण कार्य में लगे हुए हैं. इसी कड़ी में पटोरी गांव के लगभग डेढ़ सौ की संख्या में पुरुष और महिलाओं द्वारा पटोरी गांव की पश्चिमी सीमा से पूर्वी सीमा तक बागमती परियोजना बांध के दोनों छोर की सफाई की जा रही है. विदित हो कि गुंज व अमर तृषला सेवा आश्रम के द्वारा श्रमदान करा कर पारितोषिक के रूप में खाद्यान्न वस्त्र व अन्य सामग्री का कीट दिया जा रहा है. संस्था के कार्यकर्ताओं ने बताया कि पहले कार्य का सर्वे किया जाता है. उसके बाद दूरी के मुताबिक उसमें श्रमदान करने वाले लोगों को लगाया जाता है. इस कार्य में सरहंचिया पंचायत की पंचायत समिति सदस्य नीलम कुमारी, शीतेश कुमार, राहुल कुमार समेत कई लोग सहयोग कर रहे हैं.
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