मुजफ्फरपुर. सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार ने सरैया पीएचसी का औचक निरीक्षण किया. जिसमें पीएचसी में ग्लूकाेमीटर तक उपलब्ध नहीं मिली. यहीं नहीं, ओपीडी से चिकित्सक भी गायब मिले. सिविल सर्जन इसको लेकर सीएस ने प्रभारी समेत अनुपस्थित चिकित्सक से शाेकाॅज मांगा है. निरीक्षण के क्रम में सीएस ने पाया कि बीपी जांच कर रही एएनएम रेणु कुमारी के पास ग्लूकाेमीटर कीट नहीं था. जबकि एनसीडीओ डाॅ नवीन कुमार ने सीएस काे बताया कि ग्लूकाेमीटरऔर बीपी मशीन खरीदने के लिए सभी पीएचसी काे राशि भेज दी गयी है. अनुपस्थित डाॅ अरूण कुमार पंडित और र डाॅ माे अनवर दंत चिकित्सक का वेतन बंद कर दिया गया. सीएस काे आश्चर्य तब हुआ जब रविवार काे भी सभी चिकित्सक पदाधिकारी पिछले तीन माह से अपनी हाजिरी बना रहे है. उपस्थिति पंजी में लधु हस्ताक्षर पाया गया. जबकि इसमें पूर्ण हस्ताक्षर हाेना अनिवार्य है. इसके अलावे पंजी पर कई माह से माह का नाम भी दर्ज नहीं है कि कर्मी किस माह का हाजिरी बना रहे है. इसपर सीएस ने प्रभारी से इतनी बड़ी गलती कैसे हुई इसकाे लेकर स्पष्टीकरण देने काे कहा है. ——- रजिस्ट्रेशन काउंटर पर हंगामा, अधीक्षक से शिकायत सदर अस्पताल के रजिस्ट्रेशन काउंटर पर बुधवार काे हंगामा व अफरातफरी का माहाैल रहा. हुआ यूं कि महिला रजिस्ट्रेशन काउंटर पर बड़ी संख्या में लाेग ओपीडी में इलाज के लिए आये थे. लेकिन वहां पर्ची काटने के लिए तैनात कर्मी के आने-जाने से लाइन में लगी महिलाओं का पूर्जा ही नहीं कट पा रहा था.ऐसा होने पर महिलाएं उत्तेजित हाेकर हंगामा करने लगी. इसके बाद वह 20 की संख्या में अधीक्षक डाॅ बीएस झा से मिली. अधीक्षक ने मैनेजर काे भेजकर काउंटर खुलवाया और पूर्जा कटवाया. लेकिन तबतक ओपीडी बंद हाे चुका था. दूसरी पाली का ओपीडी खुलने पर इन महिलाओं का इलाज हुआ.
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