14 जिलाें के डॉक्टर हीमोफीलिया के मरीजों का करेंगे इलाज
14 जिलाें के डॉक्टर हीमोफीलिया के मरीजों का करेंगे इलाज
मुजफ्फरपुर.14 जिलाें के डॉक्टर हीमोफीलिया के मरीजों का इलाज करेंगे. इसके लिए कार्यपालक निर्देशक संजय कुमार ने सभी जिलों के सीएस को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि वह अपने जिले से डॉक्टर का चयन कर प्रशिक्षण लेने के लिए भेजें. मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, वैशाली, छपरा, आरा, बेगूसराय, खगड़िया, बिहारशरीफ, नालंदा, मोतीहारी, पूर्वी चंपारण, हाजीपुर, सिवान, नवादा से डॉक्टर प्रशिक्षण लेने जायेंगे. हीमोफीलिया एक प्रकार का ब्लीडिंग डिसऑर्डर (रक्तस्राव विकार) है. यह एक जेनेटिक रोग है. हीमोफीलिया रोग के कारण शरीर में रक्त के थक्के जमने की प्रक्रिया धीमी पड़ जाती है और शरीर से बह रहा खून जल्दी नहीं रुक पाता है. यह रोग महिलाओं की तुलना में पुरुषों में अधिक देखा जाता है. ये हैं हीमोफीलिया के लक्षण नाक से लगातार खून बहना, मसूड़ों से खून निकलना, त्वचा आसानी से छिल जाना, शरीर में आंतरिक रक्तस्राव के कारण जोड़ों में दर्द होना, चोट लगने पर खून निकलना बंद न होना. ऐसे करें बचाव नियमित व्यायाम, आउडडोर गेम से बचें. खून पतला करने वाली दवा से बचें, दांतों की स्वच्छता बनाए रखें. घर का फर्नीचर किनारे से गोल शेप का हो.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है