मुजफ्फरपुर में डॉक्टर बगैर अनुमति के नहीं छोड़ेंगे मुख्यालय, सदर अस्पताल में खुला कंट्रोल रूम
मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन एइएस व चमकी बुखार को लेकर सर्तक हो गयी है. गर्मी बढ़ने के साथ ही इस बीमारी का प्रकोप बढ़ जाता है ऐसे में जिला प्रशासन ने डॉक्टरों के लिए खास निर्देश जारी किये हैं.
मुजफ्फरपुर. एइएस व चमकी बुखार को लेकर जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. समाहरणालय के सभागार में एइएस कोर कमेटी के सदस्यों के साथ डीएम ने बैठक की. डीएम सुब्रत कुमार सेन ने एइएस की तैयारी पर सीएस से जानकारी ली. उन्होंने कहा कि एइएस व चमकी बुखार की स्थिति में त्वरित रिस्पांस के साथ इलाज शुरू होना चाहिए. किसी स्तर पर भी देरी या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
सिविल सर्जन की अनुमति से ही मुख्यालय छोड़ें
उन्होंने सख्त निर्देश दिया कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक एवं अन्य प्रखंड स्तरीय चिकित्साकर्मी अनिवार्य रूप से मुख्यालय में ही रहे. सिविल सर्जन की अनुमति से ही मुख्यालय छोड़ेंगे. रोस्टर के अनुसार डॉक्टर अपने ड्यूटी पर उपस्थित रहेंगे. सिविल सर्जन इसकी मॉनिटरिंग करेंगे. डीएम ने कहा कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, पीएचसी व सीएचसी में जाकर दवाओं एवं अन्य तकनीकी सुविधाओं की जांच और सत्यापन करेंगे.
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एइएस नियंत्रण कक्ष में टॉल फ्री नंबर जारी
सदर अस्पताल में कार्यरत एइएस नियंत्रण कक्ष में टॉल फ्री नंबर 18003456629, 0621-2266056, 0621-2266055 पर कोई भी व्यक्ति संपर्क कर इससे संबंधित जानकारी और समाधान तुरंत प्राप्त कर सकता है. शनिवार से प्रत्येक शनिवार सभी पदाधिकारी अपने निर्धारित पंचायतों में जाकर वहां कार्यक्रम करें. 373 पंचायतों में पदाधिकारी को संबद्ध किया गया है, इसके अतिरिक्त एइएस के नोडल अधिकारी डाॅ सतीश कुमार ने बताया कि चिकित्सा कर्मियों व पदाधिकारियों को इस संबंध में प्रशिक्षण दिया जाये. बैठक में सिविल सर्जन, डॉ अजय कुमार, नोडल पदाधिकारी डाॅ सतीश कुमार, डीपीओ. आइसीडीएस चांदनी सिंह, डीपीआरओ दिनेश कुमार, अस्पताल उपाधीक्षक आदि उपस्थित थे.