पेयजल संकट का निपटारा स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम से, बनी दो टीमें
पेयजल संकट का निपटारा स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम से, बनी दो टीमें
::: मुख्यालय से भीषण गर्मी पड़ने व पेयजल संकट होने के अलर्ट के बाद निगम प्रशासन जुटा तैयारी में ::: टोल फ्री नंबर 155304 के साथ दो अन्य नंबर 7870031117 व 18003451061 भी नगर निगम ने किया है जारी वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर मौसम में तेजी से हो रहे बदलाव के बीच पड़ रही भीषण गर्मी व धूप को देखते हुए सरकार ने जलापूर्ति व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने को लेकर नगर निकायों को अलर्ट जारी किया है. जलापूर्ति पंप फेल होने की स्थिति में प्रभावित इलाके में वैकल्पिक व्यवस्था करने का भी आदेश नगर निकायों को मिला है. इसको देखते हुए नगर निगम की पूरी प्रशासनिक टीम तैयारी में जुट गयी है. अधिकारियों की हुई गहन समीक्षा के बाद सफाई व्यवस्था को जिस तरीके से मॉनिटरिंग कंपनीबाग टाउन हॉल के बगल में बने स्मार्ट सिटी के आईसीसीसी बिल्डिंग से हो रही है. ठीक, उसी तरीके से जलापूर्ति व्यवस्था की भी मॉनिटरिंग स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम से ही होगी. सफाई को लेकर जारी टोल फ्री नंबर 155304 पर पब्लिक की शिकायत दर्ज होगी. सुबह छह से रात के दस बजे तक टोल फ्री नंबर काम करेगा. इसके अलावा नगर निगम ने दो अन्य नंबर 7870031117 व 18003451061 को जारी किया है. इन नंबरों पर पानी संकट यानी पाइप लाइन में लीकेज, नलका टूटने सहित इससे संबंधित किसी भी तरह की कोई शिकायत मिलती है. तब नगर निगम के जलापूर्ति शाखा में तैनात कर्मचारी त्वरित कार्रवाई करेंगे. इसके लिए दो टीमें बनायी गयी है. दोनों टीमें सुबह छह बजे से लेकर रात के दस बजे तक अलग-अलग दो शिफ्ट में काम करेगी. इसके अलावा पाइपलाइन इंस्पेक्टरों को लगातार अपने-अपने अधीन के वार्डों में जलापूर्ति से संबंधित समस्याओं पर सख्त निगरानी करने का आदेश दिया गया है. बॉक्स ::: हर मंगलवार को भू-जल स्तर की जांच अपर नगर आयुक्त नंद किशोर चौधरी ने बताया कि जलापूर्ति शाखा को हर सप्ताह के मंगलवार को भू-जल स्तर की जांच करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है. ताकि, यह पता चल सके कि शहर के किन इलाके में कितना नीचे भू-जल स्तर पहुंच गया है. भू-जल स्तर के नीचे जाने का रफ्तार क्या है. भू-जल स्तर की जांच शहर में निगम का जहां-जहां पंप गृह है, उसी के बोरिंग से करने का आदेश दिया गया है. बॉक्स ::: वर्कशॉप प्रभारी को पानी का टैंकर व टंकी को तैयार रखने की जिम्मेदारी नगर निगम के वर्कशॉप (बहलखाना) प्रभारी को पानी का टैंकर व टंकी को 24 घंटे भरकर रखने का आदेश दिया गया है. ताकि, शहर के जिन इलाके से पब्लिक की डिमांड निगम में पहुंचता है. जांच-पड़ताल के बाद तुरंत टैंकर व टंकी भेज पानी की आपूर्ति शुरू करायी जा सके. निगम के पास छोटी गाड़ियां नहीं होने की स्थिति में तीन चक्के वाले वाहनों को किराया पर भी लेने का आदेश दिया गया है, जिसके ऊपर 1000 लीटर का प्लास्टिक टंकी रख उससे गली-मोहल्ले में पानी की आपूर्ति की जा सके.