प्रतिनिधि, बोचहां (मुजफ्फरपुर) पुलिस की लापरवाही खामियाजा बोचहां थाना क्षेत्र के दो युवाओं को भुगतना पड़ा है़ दोनों युवाओं की सेना में बहाली की प्रक्रिया पूरी होने के बाद एआरओ (आर्मी रिक्रूटमेंट ऑफिस) मुजफ्फरपुर से चरित्र प्रमाण पत्र की मांग एसएसपी कार्यालय से की गयी थी़ एसएसपी कार्यालय से बोचहां थाने को सत्यापन के लिए दो फरवरी को भेजा गया और तीन दिनों में रिपोर्ट देने की मांग की गयी़ लेकिन बोचहां थाने से दो महीने बाद 12 अप्रैल तक प्रक्रिया पूरी नहीं की गयी़ इस बीच मेरिट लिस्ट निकल गयी और चरित्र का सत्यापन नहीं होने के कारण दोनों युवाओं चयन नहीं हो सका़
मेरिट लिस्ट में नाम नहीं आने पर युवाओं ने इसका कारण एआरओ कार्यालय से पूछा तो बताया गया कि उनका आचरण सत्यापन कर पुलिस द्वारा नहीं भेजा गया, जिस कारण उनका नाम बहाली से हट गया है. इस संबंध में जब दोनों युवा अपने के परिजन के साथ शुक्रवार को थाने में शिकायत लेकर पहुंचे तो वहां पर मौजूद पुलिसकर्मी ने बताया कि अभी बड़ा बाबू नहीं हैं, शाम में आकर मिलिएगा. संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर निराश होकर सभी लोग एसएसपी कार्यालय पहुंचकर शिकायत की़ एसएसपी राकेश कुमार ने मामले की जांच व कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है़
दोनों युवक बोचहां थाना क्षेत्र की देवगन पंचायत निवासी मुरारी कुमार के पुत्र केशव किशोर एवं उनसर पंचायत निवासी अजय कुमार सिंह के पुत्र प्रीतम कुमार हैं. दोनों ही युवाओं का चयन एआरओ मुजफ्फरपुर द्वारा सेवा में कर लिया गया था. इसके बाद एसएसपी कार्यालय को दो फरवरी को चरित्र सत्यापन के लिए कागज भेजा गया था एवं तीन दिनों के अंदर सत्यापन का रिपोर्ट करने की मांग की गयी थी. एसएसपी कार्यालय से छह फरवरी को बोचहां थाने में सत्यापन के लिए भेज दिया गया. परिजनों ने बताया कि थाने की लापरवाही एवं पैसा नहीं देने के कारण 12 अप्रैल तक युवाओं का चरित्र सत्यापन प्रमाण पत्र एसएसपी कार्यालय को नहीं भेजा गया. दोनों ही युवाओं के परिजन कृषि कार्य से जुड़े हुए है़ं युवाओं के परिजनों ने पुलिस पर रिश्वत मांगने समेत कई गंभीर आरोप लगाते हुए अविलंब दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है. साथ ही कहा है कि अगर मामले में अविलंब कार्रवाई नहीं की जाती है तो 10 दिनों के बाद पुलिस के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया जायेगा.