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BRABU में छह साल बाद शुरू होगी ई-लाइब्रेरी, रिसर्च स्कॉलर, शिक्षक और छात्र उठा सकेंगे लाभ

मुजफ्फरपुर के बीआरए बिहार विश्वविद्यालय को रूसा की ओर से 2018 में एक करोड़ रुपये ई-लाइब्रेरी स्थापित करने के लिए दिए गए थे. इस ई-लाइब्रेरी की शुरुआत अब जल्द ही होने वाली है

By Anand Shekhar | May 25, 2024 5:45 AM

मुजफ्फरपुर के बीआरए बिहार विश्वविद्यालय (BRABU) के केंद्रीय पुस्तकालय के ऊपरी तल पर स्थापित ई-लाइब्रेरी की शीघ्र शुरुआत की जाएगी. इस दिशा में विश्वविद्यालय प्रशासन ने पहल की है. लाइब्रेरी को फंक्शनल करने के लिए कंप्यूटर की टेस्टिंग कर उपकरणों की साफ-सफाई करा दी गयी है. विभिन्न ई-लाइब्रेरी से बात चल रही है. जहां से विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स बुक्स को ऑनलाइन मोड में पढ़ सकेंगे.

दरअसल रूसा की ओर से 2018 में एक करोड़ रुपये ई-लाइब्रेरी स्थापित करने के नाम पर दिए गए थे. विश्वविद्यालय ने इस राशि से 50 कंप्यूटर और अन्य उपकरणों की खरीदारी कर ली. कमरे में एसी आदि इंस्टॉल कर दिए गये. कंप्यूटर को चलाने के लिए उसमें लोकल एरिया नेटवर्क (लैन) नहीं लगाया गया. इस कारण छह वर्षों से कंप्यूटर धूल फांक रहे थे. इसमें से कुछ कंप्यूटर दूसरे विभागों को भी दे दिया गया था.

कुलपति प्रो.डीसी राय को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने ई-लाइब्रेरी को शुरू करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि रिसर्च स्कॉलर, शिक्षकों और पीजी के छात्र-छात्राओं को ई-लाइब्रेरी की सुविधा मिलेगी. ई. लाइब्रेरी में प्रसिद्ध रिसर्च जर्नल, ई. पत्र-पत्रिकाएं व पुस्तकें निशुल्क उपलब्ध होंगी. इसी महीने ई-लाइब्रेरी को शुरू करने की योजना है.

डेल नेट समेत अन्य से विश्वविद्यालय का होगा करार 

विश्वविद्यालय की ई-लाइब्रेरी को डेल नेट से जोड़ने की कवायद चल रही है. डेलनेट एक सॉफ्टवेयर है. इसकी मदद से उपयोग करने वाले को एक साथ कई प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करायी जाती हैं. ई.ग्रंथालय से लेकर अन्य रिसर्च बेस्ड जर्नल भी इसमें उपलब्ध कराए जाएंगे.

विश्वविद्यालय ने बीते दिनों कई केंद्रीय विश्वविद्यालयों के साथ एकेडमिक मुद्दों पर करार किया है. ऐसे में केंद्रीय विश्वविद्यालयों में भी उपलब्ध होने वाली ई-पुस्तकों को यहां से एक्सेस किया जा सकेगा. इस दिशा में विश्वविद्यालय की तैयारी चल रही है.

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