Education News: मुजफ्फरपुर. बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के पुराने अतिथि गृह में सोमवार को छात्र संवाद का आयोजन किया गया. इसमें छात्र-छात्राओं ने अपनी समस्याओं से पदाधिकारियों को अवगत कराया. स्नातक सत्र 2022-25 के द्वितीय वर्ष की करीब दो दर्जन छात्राओं ने कॉपी जांच में गड़बड़ी का आरोप लगाया. छात्राओं ने आवेदन दिया और कहा कि पार्ट टू में उन्हें प्रमोटेड कर दिया गया है. इन छात्राओं को सब्सिडयरी पेपर में शून्य, दो, चार, छह, 10 और 11 अंक मिले हैं. छात्राओं ने कहा कि कॉपियों की ठीक से जांच नहीं की गयी है. इस कारण उन्हें प्रमोटेड कर दिया गया है. पूर्व में भी इस प्रकार की गड़बड़ी हुई थी. ऐसे में छात्राओं ने कॉपियों की फिर से जांच करने की मांग की.
आवेदन पर विचार कर जरूरत पड़ी तो रिटोटलिंग कराएंगे
छात्राओं की मांग पर पदाधिकारियों ने कहा कि उनके आवेदन पर विचार किया जा रहा है. यदि जरूरत पड़ी तो कॉपियों की रिटोटलिंग करायी जाएगी. साथ ही छात्राओं को कहा गया कि इसमें उनके सुझाव पर भी एक शिक्षक को कमेटी में रखा जाएगा. पेंडिंग परिणाम, अंकपत्र और मूल प्रमाणपत्र के लिए भी कई स्टूडेंट्स ने आवेदन दिया. कई आवेदनों का ऑनस्पॉट निष्पादन कर दिया गया. संवाद की अध्यक्षता प्रॉक्टर प्रो.बीएस राय ने की. इसमें डीएसडब्ल्यू प्रो.आलोक प्रताप सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ सुबालाल पासवान, डिप्टी कंट्रोलर डॉ विपुल बरनवाल समेत परीक्षा विभाग व अन्य विभागों के कर्मचारी मौजूद रहे.
आरटीआइ के एक साल में भी नहीं दी गयी कॉपी
सर… एक वर्ष पूर्व परिणाम से असंतुष्ट होने पर आरटीआइ से कॉपी निकालने के लिए आवेदन किया था. उसकी फी भी जमा करा दी, लेकिन अबतक न कॉपी दी गयी और न संतोषजनक जबाव. जाने पर कॉपी ढूंढ़ने की बात कह लौटा दिया जाता है. स्नातक की छात्रा ज्योति यह शिकायत लेकर छात्र संवाद में पहुंची थी. उसे फिर आश्वासन दिया गया कि शीघ्र कॉपी दी जाएगी. साथ ही उसे अपील करने को कहा गया. ज्योति जैसी सैंकड़ों छात्र-छात्राएं आवेदन और फी जमा कराने के बाद कॉपी के लिए चक्कर काट रहे हैं.