मुजफ्फरपुर.
ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे. तोड़ेंगे दम मगर तेरा साथ ना छोड़ेंगे, इस गाने को चरितार्थ करनेवाले तीन दोस्तों को अब जेल की हवा खानी पड़ रही है. अहियापुर थाना क्षेत्र में तीन दोस्तों ने अपने एक साथी को लड़की के साथ भागने में मदद की. एक दोस्त ने अपना मोबाइल देकर उसकी मदद की तो दूसरे ने सिम कार्ड और तीसरे ने अपनी बाइक दे कर भगाने में सहयोग किया. अब इसी दोस्ती ने तीनों को जेल तक पहुंचा दिया है. कोचिंग के लिए निकली नाबालिग लड़की गायब हो गयी. उसके संपर्क के एक लड़के पर गायब करने का आरोप लगा है. उसको गायब करने में लड़के के दोस्तों का हाथ भी सामने आया है. पुलिस ने तीन दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस की पूछताछ में तीनों ने यह स्वीकार किया कि एक दोस्त ने लड़के व लड़की को जाने के लिए बाइक दे दी. दूसरे ने मोबाइल और तीसरे ने अपना सिम दिया था. जिसके बाद दोनों लड़का व लड़की दिल्ली निकल गये. दिल्ली में दोनों एक साथ रह रहे हैं. इधर, लड़की की मां ने अहियापुर थाने में लिखित आवेदन दिया है. जिसमें उन्होंने बताया है कि उनकी बेटी 10 सितंबर को कोचिंग के लिए गई थी. कोचिंग के बाद वह लौटकर घर नहीं पहुंची. काफी खोजबीन के बाद भी पता नहीं चला. उसके स्कूल का एक लड़का उसे परेशान करता था. पीछा भी किया करता था. शक है कि उसी ने मेरी बेटी को गायब किया है. उसके घर वालों ने उसकी जानकारी नहीं दी है. इसके बाद उसके दो नाबालिग व एक बालिग दोस्तों से पूछा तो दोस्तों ने उसकी बेटी को गायब करने में लड़के का सहयोग करने की बात को स्वीकार किया है. इसकी जानकारी उसने अहियापुर थाना को दी. अहियापुर थानेदार रोहन कुमार ने तत्काल पुलिस बल को भेजकर तीनों दोस्तों को हिरासत में लेकर न्यायालय में भेजा है. वहीं थानेदार ने बताया कि लड़की की बरामदगी के लिए कार्रवाई की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है