साइबर अपराधी डिजिटल गिरफ्तार कर खाता कर रहा खाली, डरकर पैसा नहीं करें ट्रांसफर

साइबर अपराधी डिजिटल गिरफ्तार कर खाता कर रहा खाली, डरकर पैसा नहीं करें ट्रांसफर

By Prabhat Khabar News Desk | May 20, 2024 1:18 AM

चंदन सिंह, मुजफ्फरपुर साइबर अपराधी लोगों से ठगी करने के लिए रोज नए-नए तरीकों का इजाद कर रहे हैं. डिजिटल अरेस्टिंग का नया ट्रेंड आजकल काफी सुर्खियों में है. साइबर अपराधी व्हाट्सएप पर कॉल कर बेटे व बेटियों को रेप व ड्रग्स केस में गिरफ्तार करने की धमकी देकर आपके इमोशन को अपना हथियार बनाकर खाता खाली कर सकते हैं. मुजफ्फरपुर जिले में पिछले चार माह में 100 से अधिक डिजिटल अरेस्टिंग के मामले सामने आ चुके हैं. साइबर अपराधी प्रोफेसर, डॉक्टर, इंजीनियर, व्यवसायी, शिक्षक को भी बेटे व बेटी को रेप केस में गिरफ्तार होने की बात कह कर 40 हजार से तीन लाख तक की ठगी कर चुके हैं. जिले के अलग-अलग थानों में इसको लेकर दो दर्जन से अधिक डिजिटल अरेस्टिंग की प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गयी है. आर्थिक अपराध इकाई ने आम लोगों को इस तरह के साइबर फ्रॉड से बचने के लिए जागरूकता चलाने के सभी थानेदारों को निर्देश दिये गये हैं. इस तरीके से साइबर अपराधी करते हैं डिजिटली अरेस्ट – अनजान नंबर से आता है व्हाट्सएप कॉल =कॉल में बैकग्राउंड नजर आता पुलिस स्टेशन जैसा, वर्दी पहने हुए अधिकारी का फोटो लगा रहता है – फिर घर से किसी सदस्य के ड्रग्स या रेप जैसे केस में फंसे होने का दिखाते हैं डर – इसके बाद घर में कर लेते हैं कैद, करते हैं ऑनलाइन मॉनिटरिंग -बैंक अकाउंट सीज करने जैसे धमकी दी जाती है -एक फेक ऐप डाउनलोड करके फोटो भी भरवाया जाता है -डराने के लिए बैकग्राउंड से बच्चे को पीटने व चिल्लाने जैसी आवाज भी सुनाई देती है – इसके बाद डमी अकाउंट में पैसे का ट्रांजेक्शन करवाया जाता है – डिजिटल अरेस्टिंग से बचने का यह है उपाय – किसी अंजान नंबर से व्हाट्सएप कॉल आये तो उस पर बात नहीं करें. अगर कॉल उठा लेते हैं तो बच्चे की गिरफ्तारी की बात उधर से कहता है तो पैसा ट्रांसफर करने से पहले अपने बच्चे से बात करें. अगर ड्रग्स केस में फंसने या पार्सल पकड़ाने की बात कहता है तो रुपये ट्रांसफर करने से पहले संबंधित विभाग के अधिकारी से बात करें. अगर ऐसा कॉल आता है तो घबराएं नहीं, तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर जानकारी दें. केस एक काजीमोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले एक शिक्षक के मोबाइल पर व्हाट्सएप कॉल करके साइबर अपराधियों ने कहा कि आपके बेटे को रेप केस में चार दोस्तों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है. उसको डराकर डिजिटल अरेस्ट करके बेटे को छुड़ाने के नाम पर दो लाख से अधिक रुपये की ठगी कर ली. केस दो नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले एक व्यवसायी को मोबाइल पर कॉल करके डराया गया कि आपका एक पार्सल पकड़ा गया है. जिसमें ड्रग्स था. आपके ऊपर मुंबई सीबीआइ में एफआइआर दर्ज की गयी है. बचने के नाम पर उससे रुपये की डिमांड की गयी. खाते से 40 हजार रुपये की निकासी भी कर ली गयी. अगर आपके मोबाइल पर व्हाट्सएप पर पुलिस बनकर कॉल किया जाए तो पैसा भेजने से पहले तुरंत स्थानीय थाने में संपर्क करें. कोई भी पुलिस पदाधिकारी आपको कॉल नहीं करता है. सतर्क रहने से आप डिजिटल अरेस्ट होने से बच जाएंगे.-सीमा देवी, साइबर थानेदार

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