हत्या और विनाश की बात करने वाले इस्लाम के दुश्मन
Enemies of Islam who speak of murder and destruction.

हसन चक बंगरा के बारह मीना मस्जिद में हुई मजलिस उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर हसन चक बंगरा के बारह मीनार मस्जिद में चार दिनों से चल रहे मजलिस के समापन के मौके पर खतीबे अहले बैत मौलाना यसद आवर ने बयान फरमाया. उन्होंने कहा कि हमें इस्लाम और उसके संदेश को समझना होगा. पूरी दुनिया में इस्लाम को बदनाम करने और उसके खिलाफ दुष्प्रचार करने की कोशिशें हो रही हैं. लोग इसे ही असली इस्लाम मान रहे हैं, जबकि इस्लाम का मतलब शांति है और इस्लाम में अभिवादन का तरीका भी यही है कि हम एक-दूसरे को सलाम करके उसकी सलामती के लिए दुआ करते हैं. उन्होंने कहा कि जहां भी हत्या और विनाश की बात हो रही है, यह समझ लेना चाहिये कि यह मुसलमान नहीं, बल्कि इस्लाम के दुश्मन हैं, जिन्होंने इस्लाम को नुकसान पहुंचाने के लिए ही इस्लामी वेश धारण किया है. उन्होंने कहा कि इंसान चाहे जैसा भी वक्त हो सच का साथ नहीं छोड़े. सच्चाई और हक के साथ रहने वाले इस दुनिया में भी कामयाब होते हैं और आखेरत में भी उनके लिए बेशुमार नेकियां हैं. मौलाना ने कहा के शैतान ने इंसान को गुमराह करने का वादा किया है वह इंसान के अमल को नहीं, बल्कि अकीदा को खराब करता है. जन्नत और जहन्नुम का फैसला सिर्फ अमल की बुनियाद पर नहीं, बल्कि दुरुस्त अकीदे के साथ किये जाने वाले अमल पर होगा. कार्यक्रम का संचालन वसीम अब्बास मुजफ्फरपुरी, अब्बास हुसैन मुन्ना ने सोजखानी की. मौलाना शबाब रजा रहबर, सैयद अकबर अली भागलपुरी और काशिफ हुसैन ने पेशखानी की. मजलिस में काफी संख्या में लोग शामिल थे.
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