उद्यमियों ने सीखे लीची से स्क्वॉश, रसगुल्ला बनाने के गुर
राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केन्द्र, मुशहरी द्वारा आयोजित 8वें लीची पेय पदार्थों के सूक्ष्म प्रसंस्करण पर उद्यमिता विकास का तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया़ इसमें 20 उद्यमियों ने भाग लिया.
राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र में दिया गया प्रशिक्षण लीची के पेय पदार्थ बनाने के तरीके सीखेंगे उद्यमी मुशहरी़ राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केन्द्र, मुशहरी द्वारा आयोजित 8वें लीची पेय पदार्थों के सूक्ष्म प्रसंस्करण पर उद्यमिता विकास का तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया़ इसमें 20 उद्यमियों ने भाग लिया. भागलपुर से अमरेन्द्र चौधरी, समस्तीपुर से अभिषेक कुमार सिंह, रितिक, पटना से संजीत कुमार, बंदरा से रंजू कुमारी, मोतीपुर से आरके सिंह कुशवाहा, नरौली से उजाला चौधरी, सकरा से मालती सिंह, मीनापुर से आये चंदन कुमार को लीची से स्क्वॉश, लीची से आटीएस एवं लीची से रसगुल्ला बनाने का प्रशिक्षण दिया गया. कार्यक्रम के समन्वयक इंजीनियर अंकित कुमार थे. केंद्र के निदेशक डॉ विकास दास ने बताया कि लीची पेय पदार्थों का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद प्रशिक्षणार्थी अपना स्वरोजगार शुरू कर सकते हैं एवं इससे लोगों को भी रोजगार मिलेगा. ट्रेनिंग के समापन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ मनोरंजन कुमार, पूर्व कुलपति कृषि विश्वविद्यालय ओडिसा थे. मौके पर केन्द्र के अन्य वैज्ञानिकों में प्रधान वैज्ञानिक डॉ. विनोद कुमार, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अभय कुमार, डॉ. प्रभात कुमार, डॉ. सुनील कुमार, डॉ इपसीता साम्ल, डॉ. भाग्या विजयन एवं तकनीकी अधिकारी उपज्ञा साह, यंग प्रोफेशनल चमन कुमार एवं परियोजना सहायक श्याम पंडित उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है