नाम भर का सुपर स्पेशियलिटी, सिटी स्कैन व एमआरआइ यहां नहीं होती
नाम भर का सुपर स्पेशियलिटी, सिटी स्कैन व एमआरआइ यहां नहीं होती
एसकेएमसीएच :
-सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के उद्घाटन के बीत गये छह महीने-कई विभागों में भर्ती नहीं किए जा रहे हैं मरीज, हो रही है परेशानी
मुजफ्फरपुर.
एसकेएमसीएच का सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल नाम भर का है. यहां सिटी स्कैन व एमआरआइ नहीं होती. अस्पताल खुले छह महीने बीत चुके हैं, लेकिन मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. उद्घाटन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्ढा ने किया था. करीब 150 करोड़ से बनाये गये अस्पताल में छह विभागों की ओपीडी और वार्ड बनाने थे. लेकिन अबतक अस्पताल में सिर्फ ओपीडी ही चल रही है. वार्ड में मरीजों के भर्ती करने की व्यवस्था नहीं है. यहां अगर किसी मरीज को सिटी स्कैन या एमआरआइ कराना हो तो परिजन उसे लेकर बाहर जाते हैं. जिस समय अस्पताल का शुभारंभ हुआ था, उस समय कहा गया था कि यहां 220 बेड का वार्ड बनेगा और सभी विभागों के वार्ड में मरीजों को भर्ती करेंगे. लेकिन यह अभी तक सुचारू रूप से चालू नहीं हो सका है. विभिन्न विभागों की ओपीडी में भी सीनियर डॉक्टर सिर्फ दो दिन ही बैठते हैं. हैरत की बात यह है कि यहां विभिन्न तरह की जांच और ऑपरेशन के लिए 300 करोड़ की मशीन लगी है, लेकिन फिर भी कई तरह की जांच के लिए मरीजों को बाहर जाना पड़ता है. यहां नेपाल के अलावा उत्तर बिहार के विभिन्न जिलों के लोग पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल जैसी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं.छह विभागों में इलाज की होनी थी व्यवस्था
एसकेएमसीएच के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में छह विभाग स्वीकृत थे. इसमें कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, गैस्ट्रोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी, पीडियाट्रिक सर्जरी व न्यूरोसर्जरी की व्यवस्था थी, लेकिन सभी विभाग सही तरीके से संचालित नहीं हो रहे हैं. यहां ट्रेंड स्टाफ नर्स की भी कमी है. सुपर स्पेशियलिटी विभाग में फिलहाल डायलिसिस भी नहीं हो रही. यह अभी एसकेएमसीएच के नेफ्रो विभाग में ही संचालित हो रहा है. जिसमें दो बेड लगाये गये हैं और करीब सात घंटे ही खुला रहता है. रात में किसी को डायलिसिस की जरूरत पड़े तो यहां संभव नहीं है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है