बंगाल के वर्धमान व सासाराम में 12 साल से अधिक समय से चला रहा था फर्जी ट्रेनिंग सेंटर
बंगाल के वर्धमान व सासाराम में 12 साल से अधिक समय से चला रहा था फर्जी ट्रेनिंग सेंटर
-सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी के मास्टरमाइंड सचेंद्र शर्मा के संपत्ति की पुलिस करेगी जांच-एसआइटी नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर उनके ठिकाने पर कर रही छापेमारी
मुजफ्फरपुर.
सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी करने के मास्टरमाइंड सचेंद्र शर्मा उर्फ दादा की संपत्ति की जांच की जाएगी. पुलिस को आशंका है कि उसने बेरोजगार युवाओं को नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करके अकूत संपत्ति अर्जित की है. शहर में कई इलाकों में उसका अपार्टमेंट व फ्लैट होने की भी जानकारी पुलिस को मिली है. सिटी एसपी ने बताया कि पुलिस उसकी पूरी संपत्ति का आकलन करने के बाद इडी व इओयू को जब्ती को लेकर प्रस्ताव भेजा जायेगा. सिटी एसपी अवधेश सरोज दीक्षित ने बताया कि सचेंद्र शर्मा उर्फ दादा जो सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का नेटवर्क चलाता था. उसके घर से छापेमारी के दौरान एक डायरी भी पुलिस ने जब्त की है. इसमें 18 से अधिक लड़कों का नाम पुलिस को मिला है. जिनको उसने नौकरी दिलाने के नाम पर अपने जाल में फंसा है. बेरोजगार युवाओं से ठगी करने का यह गिरोह पश्चिम बंगाल के वर्धमान व बिहार के सासाराम में रेलवे स्टेशन के पीछे ही प्राइवेट कमरे में पिछले 12 साल से फर्जी ट्रेनिंग सेंटर चलाता था. इससे आशंका जाहिर की जा रही है. उसने सैकड़ों लड़कों को सरकारी नौकरी दिलाने का सपना दिखाकर करोड़ों रुपये की ठगी की है. सिटी एसपी ने यह भी बताया है कि इस कांड में नामजद आरोपी बनाये गये अहियापुर के बाजार समिति के आलू प्याज व्यवसायी श्याम बाबू सिंह, कृष्णा टॉकीज के पीछे की रहने वाली सोनू मुस्कान, हाजीपुर डिविजन का रेलवे का कर्मचारी बताया जाने वाले कबीर, अहियापुर नेवालाल चौक के बिंदा बिहारी वर्मा उर्फ वर्मा जी, ट्रेनर राजीव मिश्रा उर्फ मिश्रा जी की जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी. जिला पुलिस के एक वरीय पदाधिकारी ने बताया कि जब सचेंद्र शर्मा उर्फ दादा को गिरफ्तार करके थाने लायी तो वह तरह- तरह का प्रलोभन छोड़ने के नाम पर देने लगा. वह अपनी राजनीतिक रसूख का हवाला देते हुए मनचाहे जिले में पोस्टिंग कराने का भी लालच दिया. वह एक प्रोफेशनल ठगी का नेटवर्क चलाने का मास्टरमाइंड है. पुलिस उसके पूरे नेटवर्क को तोड़ेगी. बेला के बड़ चौक के रहनेवाले सौरभ कुमार व दोस्त अहियापुर के बाजार समिति निवासी मोहन कुमार के संयुक्त आवेदन के आधार पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करके यह कार्रवाई कर रही है.
– ट्रेनिंग सेंटर के सत्यापन को लेकर वर्धमान जाएगी पुलिस
पश्चिम बंगाल के बर्धमान में जहां ट्रेनिंग सेंटर फर्जी तरीके से आरोपियों द्वारा चलाया जाता था. चार माह तक लड़कों को ट्रेनिंग के नाम पर रखा जाता था. पुलिस वर्धमान व सासाराम जाकर ट्रेनिंग सेंटर का सत्यापन करेगी. आसपास के लोगों का बयान दर्ज करेगी.– सचेंद्र शर्मा के मोबाइल का कॉल डिटेल्स खंगाल रही पुलिस
नेटवर्क के खुलासे के लिए एएसपी टाउन ने एक विशेष टीम का गठन किया है. टीम मास्टरमाइंड सचेंद्र शर्मा के मोबाइल का कॉल डिटेल्स खंगाल रही है. पुलिस को विश्वास है कि उसके मोबाइल से ठगी के नेटवर्क चलाने में शामिल और भी लोग सामने आ सकते हैं, जिनका एफआइआर या पुलिस की जांच में अब तक नाम सामने नहीं आया है.सचेंद्र शर्मा ने कोर्ट में दाखिल की जमानत अर्जी
मुजफ्फरपुर.
रेलवे में नौकरी के नाम पर ठगी का रैकेट चलाने के मामले में जेल भेजे गए सचेंद्र शर्मा ने प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी के कोर्ट में वकील के माध्यम से जमानत अर्जी दाखिल की है.उसकी जमानत अर्जी पर गुरुवार को न्यायालय में सुनवाई की जायेगी.जमानत अर्जी में उसने आरोप को झूठा व अधिक उम्र के कारण कई तरह की बीमारियों का हवाला दिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है