दो दर्जन से अधिक चैनल वाट्सएप, टेलीग्राम व अन्य सोशल साइट्स पर हो रहे संचालित
बीआरएबीयू के नाम से सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर फर्जी चैनल का संचालन कर स्टूडेंट्स को गुमराह किया जा रहा है. रिजल्ट में सुधार और अन्य कार्यों के लिए अवैध तरीके से पैसे लेकर छात्रों को ठगा जा रहा है.
मुजफ्फरपुर.
बीआरएबीयू के नाम से सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर फर्जी चैनल का संचालन कर स्टूडेंट्स को गुमराह किया जा रहा है. रिजल्ट में सुधार और अन्य कार्यों के लिए अवैध तरीके से पैसे लेकर छात्रों को ठगा जा रहा है. इसमें मोतिहारी, बेतिया, सीतामढ़ी से लेकर बगहा व मुजफ्फरपुर के हजारों छात्र जुड़े हुए हैं. इन ग्रुप्स में विवि का पत्र अनाधिकृत तरीके से डाला जाता है. कई बार परीक्षा की तिथि को फोटो शॉप से बदलकर डालने के कारण कई छात्रों की परीक्षा भी छूट गयी है. अब ग्रुप में पहले सूचना डालने के नाम पर इन्हीं ग्रुप्स में टकराव की स्थिति उत्पन्न हो रही है. कुलानुशासक प्रो बीएस राय का कहना है कि विवि कोई भी चैनल संचालित नहीं कर रहा है. फर्जी तरीके से सूचनाएं देकर गुमराह करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी. बताया जा रहा है कि इन चैनल्स ने अधिसूचना जारी होने से पहले ही विवि की सूचनाओं को सार्वजनिक करना शुरू कर दिया है. इससे विवि की प्रतिष्ठा भी धूमिल हो रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है