कोरोना काल में लॉकडाउन के बाद जमीन रजिस्ट्री के लिए होने वाले ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट में गड़बड़ी की जा रही है. रजिस्ट्री के लिए तैयार होनेवाले दस्तावेज पर लगने वाले स्टॉप शुल्क की पूरी राशि के बजाय 500-1000 रुपये जमा कर जमीन के खरीदार फेक ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट ले रहे हैं.
विभाग की तरफ से जब उन्हें रजिस्ट्री के लिए तिथि व समय दी जाती है, इसके बाद आवेदक रजिस्ट्री के लिए निर्धारित तिथि व समय पर ऑफिस नहीं पहुंच रहे हैं. ऐसे में विभाग के अधिकारियों की समय बर्बाद होने के साथ राजस्व का नुकसान पहुंच रहा है. आम पब्लिक को भी रजिस्ट्री में परेशानी होती है.
पहले से दूसरे को अप्वाइंटमेंट मिल जाने के कारण उन्हें उस तिथि की बजाय दूसरे तिथि को रजिस्ट्री कराने के लिए समय दी जाती है. निबंधन विभाग को मिली शिकायत के बाद सभी जिला अवर निबंधक को फेक अप्वाइंटमेंट लेने वाले के विरुद्ध सख्ती बरतने का आदेश दिया है. जिला अवर निबंधक राकेश कुमार ने बताया कि विभागीय निर्देश के बाद ऐसे लोगों की शिनाख्त की जा रही है.
सभी कातिब को निर्देश दिया गया है कि जब तक तैयार दस्तावेज पर लगने वाले स्टांप शुल्क की पूरी राशि जमा नहीं हो जाती है, तब तक ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट नहीं लेने को कहा गया है. काफी हद तक कंट्रोल हुआ है. इसके बाद भी अगर इस तरह की गड़बड़ी की जायेगी, तब चिह्नित कर विभागीय दिशा-निर्देश के अनुसार कार्रवाई की जायेगी.
निबंधन विभाग ने प्रतिदिन होने वाले जमीन के रजिस्ट्री की संख्या को 100 से बढ़ा 125 कर दिया है. जिला अवर निबंधक ने बताया कि विभागीय निर्देश के बाद अब 125 लोग रजिस्ट्री के लिए ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट ले सकते हैं, हालांकि 125 करने के बाद भी जमीन के खरीदारों को आठ से दस दिन बाद का अप्वाइंटमेंट मिल रहा है. जिला अवर निबंधक ने बताया कि 28 दिसंबर तक के लिए अप्वाइंटमेंट फुल हो गया है. खरमास होने के बाद भी सोमवार को सबसे अधिक 108 जमीन के दस्तावेजों की रजिस्ट्री की गयी.
Posted By: Thakur Shaktilochan