सिवाइपट्टी पुलिस ने बच्ची को चाइल्ड लाइन के हवाले किया मीनापुर: एक ओर जहां पूरे देश में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा दिया जा रहा है. घर में लक्ष्मी के आगमन पर जन्म से लेकर शादी तक सरकार की ओर से कई योजनाएं चलायी जा रही हैं. वहीं अब भी कन्याओं को झाड़ी में फेंका जा रहा है. जिस दुधमुंही बच्ची को मां की गोद की सबसे ज्यादा जरूरत थी, शनिवार को उस वक्त वह झाड़ी में लावारिस पड़ी थी. सिवाइपट्टी थाना क्षेत्र के खेदू छपड़ा गांव में पांच महीने की दुधमुंही बच्ची को लावारिस अवस्था में खेत में फेंक दिया गया. जब शनिवार की सुबह किसान खेत में पहुंचे तो एक बच्ची के चिल्लाने की आवाज सुनायी दी. लोगों ने जाकर देखा तो करीब पांच महीने की बच्ची लावारिश हालत में पड़ी थी. बच्ची के शरीर में मिट्टी लगी थी. मौके पर महिलाओं की भीड़ उमड़ पड़ी. ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. थानाध्यक्ष मनमोहन कुमार के नेतृत्व में पुलिस खेदू छपड़ा पहुंच कर बच्ची को अपने पास ले लिया. थाने पर महिला सिपाहियों ने मानवता का परिचय देते हुए बाजार से दूध मंगवाकर बच्ची को पिलाया. थाना़ध्यक्ष ने सीडब्लूसी खबड़ा को सूचना दी. कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद बच्ची को चाइल्ड लाइन केयर को सौंप दिया गया.
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