श्रीशतचंडी महायज्ञ सह रामकथा को लेकर ध्वजारोहण कल
श्रीशतचंडी महायज्ञ सह रामकथा को लेकर ध्वजारोहण कल
रेपुरा चक बरकुरबा स्थित चितरी ब्रह्मस्थान पर की गयी बैठक महायज्ञ को लेकर आसपास के गांवों की होगी परिक्रमा नगर परिक्रमा में हाथी-घोड़े, गाजे-बाजे, रथ होंगे शामिल कांटी. रेपुरा चक बरकुरबा स्थित चितरी ब्रह्मस्थान पर 30 मार्च 2025 से होने वाले श्री शतचंडी महायज्ञ सह रामकथा में ध्वजारोहण को लेकर रविवार को बैठक की गयी. निर्णय लिया गया कि महायज्ञ यज्ञाचार्य काशी हिंदू विश्वविद्यालय के डॉ ऋषिकेश उपाध्याय की देखरेख में होगी. वहीं मनीष माधव महाराज प्रभु श्री राम की कथा कहेंगे. महायज्ञ समिति के सचिव महंत मृत्युंजय दास ने कहा कि 12 नवंबर को महायज्ञ को लेकर सुबह आठ बजे से आसपास के गांवों की परिक्रमा एवं यज्ञ ध्वजारोहण किया जायेगा. नगर परिक्रमा में हाथी-घोड़े, गाजे-बाजे, रथ के साथ चारपहिया और दोपहिया वाहन के साथ भी श्रद्धालु शामिल होंगे. समिति के संरक्षक रामचंद्र चौधरी ने बताया कि ब्रह्मस्थान चित को प्रेम के धागों से बांधने के कारण चितरी (चित अरी) ब्रह्मस्थान नाम से भी प्रचलित है. समिति के अध्यक्ष चंदन ठाकुर ने बताया कि 12 नवंबर 2024 को ध्वजारोहण, 30 मार्च 2025 को कलश शोभायात्रा एवं यज्ञ प्रारंभ, चार अप्रैल को वाराणसी शैली में महाआरती और सात अप्रैल को सामूहिक उपनयन संस्कार के बाद यज्ञ की पूर्णाहुति होगी. मनाेरंजन के भी विभिन्न तरह के साधन रहेंगे़ मौके पर ब्रह्म स्थान के पुजारी सह सेवैत यदुनंदन ठाकुर उर्फ वीर भाई, संयोजक रेपुरा दरबार के संजय ठाकुर, चंदन ठाकुर, संजय ठाकुर, रामचंद्र चौधरी, चंदन ठाकुर, सुरेश ठाकुर, विनय चौधरी, सुमन कुमार, उज्जवल ठाकुर, विनोद राम, मुन्ना चौधरी, रामनंदन ठाकुर, संजय कुमार, विनोद ठाकुर, लाल महतो सहित दर्जनों श्रद्धालु मौजूद थे.
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