मुजफ्फरपुर.
बाढ़ प्रभावित इलाके में टीकाकरण से बच्चे वंचित हो रहे हैं. अभी 30 फीसदी बच्चों को नियमित खुराक नहीं मिल रही है. इससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गयी है. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एस के पांडे ने कहा कि प्रभारियों से रिपोर्ट मांगी गई है कि किस पंचायत में कितने बच्चे टीकाकरण से वंचित हैं. ऐसे बच्चों को कैंप में टीके लगेंगे. बताया कि हर साल जिले में न्यूनतम एक लाख 54 हजार नवजात से लेकर पांच साल उम्र तक के बच्चों को टीका देने का लक्ष्य है. उसके हिसाब से बाढ़ प्रभावित सात प्रखंडों में करीब 30 फीसदी बच्चों का टीकाकरण नहीं हो सका है. औराई, कटरा, गायघाट व मीनापुर की स्थिति ज्यादा खराब है. इधर, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले नौ महीने से 15 साल की उम्र के बच्चों को खसरा-रूबेला के टीके की एक खुराक दी जायेगी. टीकाकरण बाढ़ के लिए अहम सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया है क्योंकि खसरा फैलने का खतरा होता है. बाढ़ से विस्थापित हुए कई लोग भीड़भाड़ वाली जगहों व राहत कैंपों में रहते हैं और उन्हें सुरक्षित पानी व स्वच्छता सुविधाओं तक पहुंचने में कठिनाई हो सकती है. जिससे संक्रामक रोगों का खतरा बढ़ जाता है. इधर स्कूली छात्रों व प्रवासियों के बच्चों को टीका लगाने के लिए बड़े पैमाने पर टीकाकरण कैंप लगाये जा रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है