Flood in Bihar : मुजफ्फरपुर के 11 प्रखंडों की 125 पंचायतें बाढ़ से घिरीं, गोपालगंज में गंडक का जमींदारी बांध भी टूटा
मुजफ्फरपुर में कटरा, औराई, गायघाट, मीनापुर, साहेबगंज, पारू समेत 11 प्रखंडों के 125 पंचायत बाढ़ से प्रभावित हैं. इसमें 41 पूर्ण रूप से और 84 पंचायत आंशिक रूप से प्रभावित हैं. प्रभावित इलाके के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.
मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर में कटरा, औराई, गायघाट, मीनापुर, साहेबगंज, पारू समेत 11 प्रखंडों के 125 पंचायत बाढ़ से प्रभावित हैं. इसमें 41 पूर्ण रूप से और 84 पंचायत आंशिक रूप से प्रभावित हैं. प्रभावित इलाके के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. वहीं, दरभंगा के बेनीपुर में जीवछ नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि होने से पानी नये इलाकों में फैल गया है. इससे हजारों एकड़ में लगी धान की फसल डूब गयी है. जिले के बलनी बंधरा घाट के नजदीक जमींदारी बांध टूटने से नदी का पानी कई घरों में घुस गया है. दरभंगा में सबसे खराब स्थिति जीवराम पंचायत की है. यहां करीब सौ लोगों के घरों में पानी घुस गया है. लोग अपने घरों को छोड़कर ऊंचे स्थान पर पलायन करने लगे हैं.
उधर, गोपालगंज में गंडक की तबाही शनिवार को भी जारी रही. सारण तटबंध टूटने के बाद जमींदारी बांध टूटने से नये इलाकों में पानी फैल गया.वहीं गंगा का जलस्तर भी बढ़ रहा है जिससे परेशानी बढ़ सकती है. कोसी के जलस्तर में भी बढ़ोतरी हो रही है. राज्य सरकार ने भी राहत-बचाव अभियान को तेज कर दिया है. गोपालगंज के कुचायकोट, मांझा, बरौली, सिधवलिया व बैकुंठपुर समेत छह प्रखंड बाढ़ से प्रभावित हैं. शनिवार की सुबह बैकुंठपुर प्रखंड के पकहा, भगवानपुर, कृतपुरा, सोनवलिया तथा बंगरा में बांध टूट गये. इसके बाद बाढ़ के पानी से गम्हारी, भगवानपुर, चिउटाहा, दुबौली, कृतपुरा, मठिया, टेढुआ, बंगरा, दिघवा उत्तर, सोनवलिया एकडेरवा, हमीदपुर, पकहा, बहरामपुर सहित कई गांव डूब गये. बांध टूटने के बाद बाढ़ का पानी छपरा जिले के मशरक, पानापुर, तरैया के अलावा सीवान जिले के नबीगंज, बसंतपुर व भगवानपुर तक प्रभावित कर सकता है. इस इलाके की ओर तेजी से पानी बढ़ रहा है.
वहीं, शनिवार को बाढ़ से छह लोगों की मौत हो गयी. मांझा प्रखंड के पथरा में बाढ़ के पानी में डूबने से दो बुजुर्गों की मौत हो गयी, जबकि सिधवलिया थाने के कुंड खजुरिया गांव में छात्रा अंजली कुमारी की सांप के डंसने से मौत हो गयी. वहीं बरौली में एक युवक की मौत हो गयी . बरौली थाना परिसर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी बाढ़ से जलमग्न हो गया है. सीवान-सरफरा स्टेट हाइवे बंद हो गया है. वहीं, डुमरिया सेतु के पास गंडक नदी का कटाव होने से एनएच 28 पर वाहनों का परिचालन दूसरे दिन भी बाधित रहा. दिल्ली से असम जानेवाली गाड़ियां जाम में दो दिनों से फंसी हुई है. डीएम अरशद अजीज ने बताया कि सेना के हेलीकॉप्टर से राहत सामग्री बांटी जा रही है. जिन इलाकों में लोग फंसे हैं, वहां एनडीआरएफ टीम रेस्क्यू कर निकाल रही है.
इधर, बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने शनिवार को गोपलगंज और दरभंगा जिले के छह स्थानों पर हेलीकाप्टर से फूड पैकेट गिराये. गोपालगंज और पूर्वी चंपारण के गंडक नदी में कटाव वाले स्थानों की निगरानी की जा रही है. दोनों जिले के जिलाधिकारी और इंजीनियरों की टीम ने शनिवार को कटाव वाले स्थल पकहां, संग्रामपुर और देवापुर का हवाई जायजा लिया. 26 और 27 जुलाई को गंडक नदी के इलाके में नेपाल और बिहार कैचमेंट में भारी वर्षा की आशंका जतायी गयी है. इसको लेकर सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया है.
प्रदेश में 74 प्रखंड के नौ लाख साठ हजार से अधिक की आबादी बाढ़ की चपेट में है. आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक गोपालगंज के तीन और दरभंगा के तीन इलाके में वायु सेना के हेलीकाप्टर से फूड पैकेट गिराये गये. प्रदेश में 21 राहत शिविरों में 12 हजार से अधिक लोग ठहरे हुए हैं. वहीं 271 सामुदायिक रसोई में करीब सवा लाख लोगों को भोजन कराया गया है. जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस ने बताया कि गंगा नदी भागलपुर और कहलगांव में तेजी से बढ़ रही है. गंडक नदी का बहाव अब गंगा नदी की ओर से होने लगा है. उन्होंने कहा कि गोपालगंज और पूर्वी चंपारण के कटाव वाले स्थलों पर एक से दो दिनों में मरम्मत का काम शुरू कर दिया जायेगा.
posted by ashish jha