अर्द्धवार्षिक परीक्षा के लिए जिला स्तर पर उड़नदस्ता का गठन
Formation of flying squad at district level
:: अर्द्धवार्षिक परीक्षा में आठवीं तक के आठ लाख से अधिक स्टूडेंट्स शामिल होंगे
:: जिउतिया को देखते हुए 25 सितंबर को होने वाली परीक्षा अब 26 को होगी
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वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरजिले के सरकारी स्कूलों में 18 सितंबर से शुरू हो रही अर्द्धवार्षिक परीक्षा को लेकर जिला शिक्षा विभाग की ओर से सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. इस परीक्षा में पहली से आठवीं तक के करीब आठ लाख स्टूडेंट्स शामिल होंगे. इस परीक्षा में पहली बार शिक्षा विभाग के स्तर से कई बदलाव किये गये हैं. इस बार अपने स्कूल के शिक्षक परीक्षा में वीक्षण कार्य नहीं करेंगे. बीइओ के स्तर से नजदीकी स्कूल के शिक्षक को अन्य स्कूल में वीक्षण कार्य का जिम्मा सौंपा गया है. 18 से 26 तक दो पालियों में परीक्षा ली जायेगी. जिउतिया को देखते हुए 25 को होने वाली पहली पहली और दूसरी कक्षा की मौखिक परीक्षा को अगले दिन शिफ्ट कर दिया गया है. यानी यह परीक्षा 26 सितंबर को दूसरी पाली में दाेपहर 1 से 3 बजे तक ली जायेगी. निदेशक माध्यमिक शिक्षा ने सभी जिलाें के डीइओ व डीपीओ एसएसए काे पत्र भेजा है. शिक्षा विभाग की ओर से कदाचारमुक्त और शांतिपूर्ण माहौल में परीक्षा के संचालन काे लेकर उड़नदस्ता का गठन किया गया है. बिहार शिक्षा परियोजना कार्यालय के पदाधिकारी जिला स्तर से परीक्षा की मॉनिटीरिंग करेंगे. विभाग की ओर से बताया गया कि शिक्षा विभाग के साथ ही जिला प्रशासन की ओर से भी संबंधित प्रखंडों में उड़नदस्ता का गठन किया गया है.
———————प्रश्नपत्रों पर लर्निंग आउटकम कोड रहेगा अंकित :
एससीइआरटी की ओर से इस बार परीक्षा आयोजित करायी जा रही है. इसको लेकर सभी बीइओ के माध्यम से संबंधित स्कूलों को परीक्षा सामग्री उपलब्ध करा दी गयी है. इस बार सभी सभी प्रश्नपत्रों पर लर्निंग आउटकम कोड अंकित रहेगा. विभाग की ओर से बताया गया कि परीक्षा समाप्ति के पांच दिनों के भीतर उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन मूल विद्यालय में ही किया जायेगा. इसके बाद पांच अक्तूबर को सभी प्रारंभिक और मध्य विद्यालयों में शिक्षक-अभिभावक बैठक आयोजित कर परिणाम की घोषणा की जायेगी. इस दौरान छात्रों की प्रगति से अभिभावकों काे अवगत कराया जायेगा. विभाग की ओर से कहा गया है कि सी, डी और ई ग्रेड प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स के लिए अलग से रणनीति बनाकर उनके लिए विशेष कक्षाएं संचालित की जायेंगी. —————–परीक्षा शुरू होने के एक घंटे तक कक्ष से बाहर निकलने की अनुमति नहीं :
विभाग की ओर से दिये गये दिशानिर्देश में कहा गया है कि परीक्षा शुरू होने के एक घंटे के भीतर परीक्षार्थियों को बाहर नहीं निकलने दिया जायेगा. विशेष परिस्थिति में वीक्षक अपने स्वविवेक से निर्णय लेंगे. कहा गया है कि शैक्षिक रूप से कमजोर स्टूडेंट्स को परीक्षा कक्ष में अगली पंक्ति में स्थान दिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है