-गिरोह के मास्टरमाइंड मोहम्मद हुसैन उर्फ स्कैमर की गिरफ्तारी को छापेमारी जारी-कमरा मोहल्ला स्थित अपने घर से स्कैमर चला रहा था साइबर फ्रॉड का नेटवर्क
मुजफ्फरपुर. मुजफ्फरपुर से बिहार समेत पांच राज्यों में पुलिस बनकर 50 लाख से अधिक रुपये का साइबर फ्रॉड करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. साइबर डीएसपी सीमा देवी के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने कमरा मोहल्ला, चंदवारा व पुरानी गुदरी इलाके में रेड कर चारों को दबोच लिया है. कमरा मोहल्ला के रहने वाले सैयद मोहम्मद हुसैन उर्फ मोहम्मद उर्फ स्कैमर अपने घर से यह साइबर फ्रॉड का नेटवर्क चला रहा था. हालांकि, वह छापेमारी के दौरान अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा.पकड़ाये साइबर अपराधियों की पहचान मिठनपुरा थाना के रामबाग रोड धोबी गली निवासी हर्ष कुमार , नगर थाना क्षेत्र के चंदवारा छिंट भगवतीपुर के मो. कैफ , पुरानी गुदरी शौचालय गली के सुमित कुमार और मिठनपुरा थाना के रामबाग निवासी आर्यन कुमार के रूप में हुई है. पकड़ाये साइबर अपराधियों के पास से पुलिस ने चार मोबाइल, एक बैग, एक चेक बुक, अलग- अलग बैंकों के छह पासबुक, पांच एटीएम कार्ड , बैंकों का वेलकम किट पांच, आधार कार्ड दो, मोबाइल का खाली डिब्बा दो बरामद किया है. फरार मास्टरमाइंड सैयद मोहम्मद हुसैन उर्फ स्कैमर की गिरफ्तारी को लेकर विशेष टीम की छापेमारी जारी है. ये साइबर अपराधी बिहार के अलावा राजस्थान, गुजरात, दिल्ली व महाराष्ट्र में भी पुलिस के नाम पर कॉल करके साइबर फ्रॉड कर चुका है. इसमें सिर्फ गुजरात से इन शातिरों के खाते पर आये छह लाख से अधिक रुपये पर क्लेम किया गया है. अब तक की जांच में इन शातिरों के द्वारा 50 लाख से अधिक के साइबर फ्रॉड किये जाने की जानकारी मिली है. मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी के बाद यह रकम और बढ़ सकती है.
सिटी एसपी अवधेश सरोज दीक्षित ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया है कि गुप्त सूचना मिली थी कि शहर के कमरा मोहल्ला में सैयद मोहम्मद हुसैन उर्फ मोहम्मद उर्फ स्कैमर अपने घर से साइबर फ्रॉड का नेटवर्क चला रहा है. सूचना के आलोक में साइबर डीएसपी सह थानेदार सीमा देवी के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया. इसमें इंस्पेक्टर अरविंद कुमार, दारोगा शालिनी कुमारी, जमादार दयाल नारायण सिंह ,सिपाही द्विवेश द्विवेदी और नीतीश कुमार को शामिल किया गया. टीम जब स्कैमर के घर पर छापेमारी करने पहुंची तो वह अपने दो साथियों को लेकर रात के अंधेरे में मौके से फरार हो गया. लेकिन, पुलिस ने इसके गिरोह से जुड़े चार शातिर साइबर अपराधियों को दबोच लिया है. गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से बरामद बैंक खाते की गहनता से जांच किया तो तो इसमें बताया चला कि उन खातों पर कई राज्यों से शिकायत आया है. पोर्टल से भी इसका मिलान कराया गया है. जानकारी हो कि साइबर फ्रॉड गिरोह के सरगना मोहम्मद सैयद उर्फ स्कैमर पूर्व में भी पंजाब व बिहार के नालंदा से साइबर फ्रॉड के मामले में जेल जा चुका है.इस तरह से करता था फ्रॉड
पुलिस बनकर ये शातिर लोगों को वीपीएन नंबर से फोन करता था. उनको कहता था कि आपका बेटा, बेटी रेप केस या मादक पदार्थ के साथ पकड़ाया है. उसको जेल भेजने की तैयारी की जा रही है. अगर बचाना है तो रुपये भेजना होगा. इस दौरान ये शातिर अपने मोबाइल के व्हाट्सएप नंबर के बैकग्राउंड में पुलिस अधिकारी का फोटो लगाकर रखता था. कॉल करने वाले व्यक्ति को विश्वास दिलाने के लिए पिटाई करने की आवाज सुनाता था. ऐसे में लोग घबराकर अपने बच्चे को बचाने के लिए इन साइबर अपराधियों के बताये यूपीआइ नंबर पर रुपये ट्रांसफर कर देते थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है