शहर के वार्ड नंबर 25 से 32 तक में विस्तारित भवनों का नये सिरे से सर्वे, बनी 33 टीमें
Fresh survey of expanded buildings
प्रॉपर्टी टैक्स वसूली पर सख्ती
पहले, दूसरे व तीसरे फेज में वार्ड नंबर 01 से 24 तक में हुआ है सर्वे कार्य, चौथे फेज का अब चल रहा है कार्य
भवनों की पैमाइश के बाद कर्मी भरवायेंगे सेल्फ असेसमेंट फॉर्म
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
शहरी क्षेत्र में आवासीय एवं गैर आवासीय नवनिर्मित व विस्तारित भवनों का सर्वे कार्य फिर शुरू हो गया है. नये वित्तीय वर्ष की शुरुआत होने के साथ निगम आयुक्त ने वार्ड नंबर 25 से 32 तक के लिए टीमें गठित कर दी है. कुल 33 टीमें बनाई गयी हैं, उन्हें विस्तारित आवासीय, गैर आवासीय, नव निर्मित भवनों के साथ ट्रेड लाइसेंस का सर्वे की जिम्मेदारी दी गयी है. इससे पहले नगर निगम तीन अलग-अलग फेज में वार्ड नंबर 01 से 24 तक का सर्वे करा चुका है. चौथे फेज में शुरू हुई सर्वे टीम को प्रत्येक दिन पूरे दिन में तय वार्ड में काम करने के बाद जो असेसमेंट फॉर्म प्राप्त होगा, उसे शाम में चार बजे तक ऑफिस में जमा कर देना है. ताकि, ऑनलाइन इंट्री कर नये सिरे से प्रॉपर्टी टैक्स का निर्धारण हो सके. सर्वे टीम में उक्त वार्ड के तहसीलदार के अलावा आसपास के वार्ड के तहसीलदार एवं अन्य कर्मियों को शामिल किया गया है. सभी टीम के मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी टैक्स दारोगा गौड़ी शंकर प्रसाद व मो नूर आलम को दी गयी है.बड़ी संख्या में लोग कर रहे हैं होल्डिंग टैक्स की चोरी
शहर में मकान बना निवास करने वाले कई ऐसे लोग हैं, जो निगम के प्रॉपर्टी टैक्स की चोरी कर रहे हैं. तीन से चार मंजिला बने भवन का एक व दो मंजिला का ही टैक्स जमा कर रहे हैं. यही नहीं, कमर्शियल उपयोग करने वाले भवन को आवासीय के लिए निर्धारित दर से प्रॉपर्टी टैक्स जमा कर रहे है. हर वार्ड 50 से 100 के बीच नया मकान बना है, जिसका असेसमेंट ही अब तक नहीं हुआ है. इससे निगम को हर साल करोड़ों का चूना लग रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है