मेडिकल छात्रा अरुषि की मां ने कहा- दोस्त ने अपने फ्लैट पर बुलाकर बेटी को थर्ड फ्लोर से दिया था धक्का
मेडिकल छात्रा अरुषि की मां ने कहा- दोस्त ने अपने फ्लैट पर बुलाकर बेटी को थर्ड फ्लोर से दिया था धक्का
-महाराष्ट्र से लाया गया मेडिकल छात्रा आरुषि शव, मुक्तिधाम में हुआ अंतिम संस्कार-घर पर पसरा से मातमी सन्नाटा, बेटी की मौत के गम में डूबे है डॉक्टर्स परिवार मुजफ्फरपुर. शहर की चर्चित स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ रंजना मिश्रा की पोती मेडिकल स्टूडेंट आरुषि सिंह की महाराष्ट्र में हुई मौत को लेकर उसकी मां डॉक्टर दीप्ति सिंह ने शुक्रवार को जानकारी दी. उनका कहना है कि जैसा महाराष्ट्र पुलिस ने उनको बताया है कि उनकी बेटी आरुषि के साथ मेडिकल की पढ़ाई कर रहे उसके दोस्त हरियाणा सोनीपत के ध्रुव चिक्कार मिलने के लिए अपने फ्लैट पर बुलाया था. इस दौरान उनके बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ. दोनों के बीच लड़ाई हुई और ध्रुव ने उनकी बेटी को थर्ड फ्लोर से धक्का दे दिया. सिर के बल पीछे से वह जमीन पर गिरी और मौत हो गयी है. दीप्ति सिंह ने बताया कि उनकी बेटी पढ़ने में काफी तेज थी. वह बहुत ही प्रतिभाशाली थी. ध्रुव अपने इगो के कारण हमेशा उनकी बेटी को टॉर्चर करता था. किसी बात पर विवाद हुआ होगा और उनकी बेटी को छत से धक्का दे दिया. डॉक्टर दीप्ति सिंह ने यह भी बताया है कि उनकी बेटी की पहली से 10वीं तक की पढ़ाई प्रभात तारा स्कूल से हुई थी. नीट की परीक्षा पास करने के बाद उसका महाराष्ट्र के सतारा जिला स्थित मेडिकल कॉलेज में 2023 के अगस्त में एडमिशन करवाया था. आरोपी लड़का ध्रुव चिक्कार से उनकी बेटी की दोस्ती दिल्ली से ही थी. इसके बाद दोनों का साथ में महाराष्ट्र के मेडिकल कॉलेज में एडमिशन हुआ था. दोनों को एक साथ पांच साल पढ़ाई करनी थी. इसलिए वह ध्रुव चिक्कार से भी बातचीत करती थी. मई में पैरेंट्स मीट में भी वह ध्रुव से मिली थी. उसको समझाया भी था. हाल के दिनों में वह उनकी बेटी को पढाई में मेधावी होने के कारण ज्यादा टॉर्चर कर रहा था. कई बार बात- बात में धक्का देने की कोशिश करता था. उनकी बेटी ने जानकारी दी थी तो वह ध्रुव के पैरेंट्स से बातचीत करने वाली थी. लेकिन, बेटी का एग्जाम नजदीक होने के कारण वह रूक गयी. इस बीच उनकी बेटी के साथ यह हादसा हो गया. इधर, महाराष्ट्र से आरुषि का शव शुक्रवार को जूरन छपरा के रोड नंबर तीन स्थित पैतृक आवास लाया गया. आरुषि अपने डॉक्टर्स फैमिली की लाडली बेटी थी. उसकी मौत से परिवार में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. मां समेत परिवार के सदस्यों की आंखों से आंसू नहीं थम रहे हैं. आरुषि का अंतिम संस्कार सिकंदरपुर स्थित मुक्तिधाम में किया गया.
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