लॉरेंस विश्नोई गैंग में गायघाट का शूटर, चार ग्लोक पिस्टल के साथ गिरफ्तार
लॉरेंस विश्नोई गैंग में गायघाट का शूटर, चार ग्लोक पिस्टल के साथ गिरफ्तार
-नगालैंड की बस से जा रहे थे मोतिहारी व मुजफ्फरपुर, बड़े कांड को अंजाम देने की फिराक में थे-कुचायकोट थाने की पुलिस ने एसटीएफ के साथ यूपी-बिहार के चेकपाेस्ट के पास की है गिरफ्तारी
-अजमेर और मुजफ्फरपुर में चल रही छापेमारी, गिरफ्तार अपराधियों ने बताये कई शातिरों के नाममुजफ्फरपुर/गोपालगंज. तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई गिरोह के दो अंतरराज्यीय अपराधियों को गोपालगंज पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किये गये इन अपराधियों के पास से ऑस्ट्रिया निर्मित चार ग्लोक पिस्टल बरामद की गयी है. दोनों अपराधी नगालैंड की बस से मोतिहारी और मुजफ्फरपुर में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए आ रहे थे. सदर एसडीपीओ प्रांजल के नेतृत्व में कुचायकोट थाने की पुलिस, एसटीएफ और एओजी-7 की टीम ने यूपी-बिहार के बलथरी चेकपोस्ट से गिरफ्तारी की है. गिरफ्तार किये गये अंतरराज्यीय अपराधियों की पहचान राजस्थान के अजमेर जिले के बंगलिश वाश थाने के केशरपुरा निवासी पप्पू सिंह के पुत्र कमल राव और मुजफ्फरपुर के गायघाट थाने के बोआरी डीह गांव निवासी सुनील कुमार के पुत्र शांतनु शिवम के रूप में की गयी है. पूछताछ में दोनों अपराधियों ने गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई के लिए काम करने का अपराध कबूल किया है. पुलिस ने इन अपराधियों से पूछताछ करने बाद अजमेर, मुजफ्फरपुर व मोतिहारी में छापेमारी की है. एसपी स्वर्ण प्रभात ने प्रेस काॅन्फ्रेंस कर बताया कि दोनों अपराधियों ने मोतिहारी और मुजफ्फरपुर में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बनायी थी. वारदात को अंजाम देने से पहले रेकी की थी. उन्होंने बताया कि जिस ग्लोक पिस्टल को पुलिस ने बरामद किया है, उसे आमतौर पर भारत में आइपीएस अधिकारी को इस्तेमाल करने के लिए मिलता है. ऑस्ट्रिया निर्मित पिस्टल इन तक कैसे पहुंची, इनके गैंग में कौन-कौन लोग शामिल हैं, पुलिस टीम जांच करने में जुटी हुई है. अभिनेता सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग में इनकी भूमिका क्या है, इसकी भी जांच चल रही है. क्योंकि इसके पूर्व में लॉरेंस विश्नोई के सदस्यों को मोतिहारी से पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिनमें अभिनेता सलमान खान के घर पर फायरिंग करने में नाम सामने आया था.
——राजस्थान में ही रहता है शांतनु,गांव में छापेमारी
तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस विश्नाेई से जुड़े दो अंतरराज्यीय अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने अजमेर और मुजफ्फरपुर के गायघाट के बोआरी डीह स्थित शांतनु के घर पर छापेमारी की.वही राजस्थान के अजमेर में भी एसटीएफ की एक टीम रेड कर रही है.शांतनु के परिजनों ने पुलिस को बताया कि वह कई माह से राजस्थान में रहता है. उसका एक भाई गांव में पिता के साथ खेती करता है. वही पूछताछ के बाद दोनों को पुलिस ने जेल भेज दिया है. एसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा कि दोनों अपराधियों को पुलिस न्यायालय से रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. मोतिहारी और मुजफ्फरपुर में किस आपराधिक वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे, इस पर पुलिस जांच कर रही है. वहीं, बरामद किये गये ऑस्ट्रिया निर्मित हथियार की भी पुलिस फॉरेंसिक जांच करायेगी. —————रुन्नीसैदपुर टॉल प्लाजा के पास से भी गिरफ्तार दो शूटर
मुजफ्फरपुर. मार्च माह में भी लॉरेंस बिश्नोई व गोल्डी बरार गैंग के दो शार्प शूटर को रून्नीसैदपुर टॉल प्लाजा के पास पकड़ा गया था. दोनों बस में सवार होकर सीतामढ़ी के रास्ते नेपाल भागने के फिराक में थे. पकड़ा गया शार्प शूटर राजस्थान के जयपुर का सुनील करौलिया व सीतामढ़ी के मेहसौल निवासी मो. शाहनवाज साहिल था. दोनों के पास से पिस्टल व अन्य सामान भी बरामद हुआ था. —-अक्तूबर में भी पकड़े गये थे दो शूटर
23 अक्तूबर 2023 को भी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गैंग के दो शूटर को दबोचा गया था. दोनों की गिरफ्तारी रक्सौल के इंडो नेपाल बॉर्डर के पास से गयी थी. पकड़े गये दोनों शूटरों की पहचान पश्चिमी चंपारण जिले के मैनाटार के शशांक पांडेय व पूर्वी चंपारण जिले के हरपुर गांव के त्रिभुवन साह के रूप में किया गया था. इनके पास से पुलिस टीम ने एक नाइन एमएम पिस्टल, दो कारतूस व 21 हजार नेपाली व एक बाइक बरामद की थी. इससे पहले छह अप्रैल 2022 को बिहार के गोपालगंज में लॉरेंस विश्नोई गैंग के विवेक पूरी, मीरगंज थाना क्षेत्र के साहेबचक गांव के अरुण कुमार उपाध्याय उर्फ दीपक उपाध्याय और प्रकाश पांडेय के रूप में किया गया था. मालूम हो कि पूर्व में जिले में एक लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर रंगदारी मांगे जाने का भी मामला सामने आ चुका है. —-बेतिया में डॉक्टर से बिश्नोई गैंग ने मांगी 10 लाख रंगदारी
पश्चिम चंपारण के भितहा वार्ड एक ओम शांति नगर हाट सरैया निवासी चिकित्सक डॉ. विजय साह से बिश्नोई गैंग ने 10 लाख रुपये रंगदारी मांगी थी. नहीं देने पर जान मारने की धमकी भी दी गयी थी.चिकित्सक ने इसको लेकर तीन मोबाइल नंबर पर प्राथमिकी दर्ज करायी थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है