गरीबनाथ मंदिर: सुबह से बढ़ गयी भक्तों की भीड़, एक घंटे तक रही अफरा-तफरी
गरीबनाथ मंदिर में आज शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों से भी काफी भक्त बाबा को जलाभिषेक करने पहुंचे थे. इसी कारण मंदिर में भीड़ आज ज्यादा थी.
गरीबनाथ मंदिर में सोमवार की सुबह चार बजे से ही स्थानीय भक्तों की भीड़ काफी बढ़ गयी. कांवरियों के अलावा स्थानीय भक्तों के पहुंचने से गरीबनाथ मंदिर के पास काफी संख्या में भक्तों का जमावड़ा लगा गया. पहले अर्घा में जल डालने की होड़ के कारण करीब एक घंटे तक अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही.
कई बार स्थिति अनियंत्रित होते-होते बची. पुलिस बल और सेवा दल के सदस्यों ने भीड़ संभाला और स्थानीय भक्तों को अनाधिकृति तरीके से पंक्ति में लगने पर रोक लगायी. इस दौरान पुलिस और सेवा दलों से कई भक्तों की बकझक भी हुई, लेकिन उन्हें गलत तरीके से पंक्ति में प्रवेश नहीं करने दिया गया. सुबह 11 बजे तक जलाभिषेक के लिए लंबा ताता लगा रहा.
शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों से भी काफी भक्त बाबा को जलाभिषेक करने पहुंचे थे. मंदिर के प्रधान पुजारी पं.विनय पाठक लगातार भक्तों को पंक्तिबद्ध होकर जलाभिषेक के लिए अनाउंस कर रहे थे. पुलिस प्रशासन की टीम भी कांवरियों और भक्तों को पंक्तियां बना कर आगे बढा रहे थे. दोपहर के बाद मंदिर में भीड़ तो कम हो गयी, लेकिन जलाभिषेक शाम तक होता रहा. मंदिर के पुजारी पं.विनय पाठक ने कहा कि तेज धूप के कारण दूसरी सोमवारी में पहले की अपेक्षा कम कांवरिये आए हैं. डाक बम की संख्या भी कम रही.
शिविर में रात भर हुई कांवरियों की सेवा
कुढ़नी से लेकर बाबा गरीबनाथ मंदिर तक लगे सेवा शिविर में रात भर कांवरियों की सेवा होती रही. शिविर में कांवरियों के लिए भोजन, नास्ता, पानी, चाय,सतू, मालिश सहित मेडिकल की व्यवस्था थी. रामदयालु नगर में मारवाड़ी युवा मंच के शिविर में अधिकतर कांवरियों के पैरों की मरहम पट्टी की गयी. मंच के अध्यक्ष वरुण और सचिव गोपाल भरतिया ने कहा कि तेज धूप के कारण अधिकतर कांवरियों के पैरों में छाले पड़ गये थे और पैर सूज गया था. उनके पैरों पर बैंडेज किया गया. महाकाल सेवा शिविर में भी कांवरियों की सेवा की गयी. अध्यक्ष आकाश चौधरी ने कहा कि इस बार मौसम तल्ख होने के कारण कई कांवरिये बीमार पड़ गये थे. बुखार और बदन दर्द से पीड़ित कई कांवरियों को डॉक्टर के परामर्श के अनुसार दवाएं दी गयी.