केंद्रीय टेक्सटाइल्स मंत्री गिरिराज सिंह ने शनिवार को मुजफ्फरपुर में बियाडा स्थित बैग क्लस्टर का निरीक्षण करने पहुंचे. उन्होंने यहां बैग निर्माण में जुटी बबीता और रुचि से बात भी की और उसका अनुभव लिया. केंद्रीय मंत्री ने बैग क्लस्टर के कार्यों को देख कर खुशी जतायी. उन्होंने कहा कि यहां हैंडलूम और टेक्सटाइल्स के सचिव सहित सारे अधिकारी काम देखने पहुंचे हैं. बिहार में मुजफ्फरपुर टेक्सटाइल्स का हब बनेगा. इसके लिए हम लोगों ने पटना के अलावा यहां भी बैठक की है.
गिरिराज सिंह ने कहा कि इस बार बिहार के आठ एनडीए सांसद मंत्री बने हैं. सभी मिलकर बिहार का विकास करेंगे. हम लोगों का काम मील का पत्थर साबित होगा. अब सभी मंत्री अपने विभाग का रोड मैप बना कर काम की शुरुआत करेंगे.
टेक्सटाइल्स में बिहार की होगी बड़ी भूमिका
इस मौके पर सूबे के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि कृषि के बाद सबसे अधिक रोजगार वस्त्र मंत्रालय से ही सृजित होता है. केंद्र सरकार से मदद की अपेक्षा है. इसके लिये हम लोग योजना बना कर भेजेंगे. आने वाले समय में टेक्सटाइल्स क्षेत्र में बिहार की बड़ी भूमिका होगी. मानव संसाधन जो हमारे पास है, वह दूसरी जगह नहीं है. यहां से पलायन करने वाले लोग अब वापस बिहार लौटे यहां रोजगार का सृजन हो रहा है.
डेढ़ साल में 16 लाख बैग तैयार
जीविका की प्रबंधक अनीशा ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि बैग क्लस्टर में पिछले डेढ़ साल में 16 लाख बैग तैयार हुआ है. अब हर महीने सवा से डेढ़ लाख बैग तैयार हो रहा है. इस काम में 615 जीविका दीदी लगी हुई हैं. यहां का बैग विभिन्न मॉल में जा रहा है. इसकी अच्छी बिक्री हो रही है. इस दौरान संदीप पौड्रिंक सहित भारत सरकार के कई सचिव स्तर के अधिकारी मौजूद थे.
सूतापट्टी कपड़ा मंडी के विकास की मांग
चैंबर ऑफ कॉमर्स ने केंद्रीय टेक्सटाइल्स मंत्री गिरिराज सिंह को ज्ञापन देकर मुजफ्फरपुर के सूतापट्टी कपड़ा मंडी के विकास की मांग की. ज्ञापन में बताया गया कि यह उत्तर बिहार की प्रमुख कपड़ा मंडी है. यहां से उत्तर बिहार सहित नेपाल में थोक और खुदरा कारोबार होता है. प्रतिनिधि मंडल में चैंबर के महामंत्री सज्जन शर्मा, अरुण कुमार, जयप्रकाश अग्रवाल और राजीव कुमार तुलस्यान प्रमुख रूप से शामिल थे.