BPSC की परीक्षा में पास, लेकिन यूनिवर्सिटी की लापरवाही ने नहीं बनने दिया अधिकारी, छात्रा मांग रही न्याय
बिहार विवि की लापरवाही ने अल्पना के अफसर बनने के सपने को तोड़ दिया. आरएसएस महिला कॉलेज सीतामढ़ी की छात्रा अल्पना को समय रहते विवि से डिग्री नहीं मिल पायी और डिग्री की मूलप्रति जमा नहीं किये जाने की वजह से बीपीएससी ने 64वीं संयुक्त प्रवेश परीक्षा में उसकी उम्मीदवारी रद्द कर दी. अल्पना ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री, बीपीएससी के अध्यक्ष और बिहार विवि के रजिस्ट्रार को इ-मेल कर पूरे मामले की जानकारी दी है. अल्पना स्नातक के सत्र 2012-15 की छात्रा रही है.
मृत्युंजय,मुजफ्फरपुर: बिहार विवि की लापरवाही ने अल्पना के अफसर बनने के सपने को तोड़ दिया. आरएसएस महिला कॉलेज सीतामढ़ी की छात्रा अल्पना को समय रहते विवि से डिग्री नहीं मिल पायी और डिग्री की मूलप्रति जमा नहीं किये जाने की वजह से बीपीएससी ने 64वीं संयुक्त प्रवेश परीक्षा में उसकी उम्मीदवारी रद्द कर दी. अल्पना ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री, बीपीएससी के अध्यक्ष और बिहार विवि के रजिस्ट्रार को इ-मेल कर पूरे मामले की जानकारी दी है. अल्पना स्नातक के सत्र 2012-15 की छात्रा रही है.
अल्पना ने बताया कि वर्ष 2016 में उसकी फाइनल परीक्षा हुई थी. बीपीएससी की 64वीं संयुक्त परीक्षा की मुख्य परीक्षा पास करने के बाद 19 नवंबर, 2020 को उसे इंटरव्यू का कॉल लेटर आया था. उसे अपने साथ ओरिजनल मार्कशीट और डिग्री भी साथ ले जाना था. उसने इससे पहले ही सात अगस्त को ओरिजनल डिग्री के लिए विश्वविद्यालय में ऑनलाइन आवेदन किया था. लेकिन, एक महीने तक उसे विवि की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला.
अल्पना ने कहा कि उसके पिता ने विवि से संपर्क किया, तो बताया गया कि डिग्री कॉलेज में जायेगी. जब वह अपने कॉलेज गयी, तो बताया गया कि विवि से डिग्री आयी ही नहीं है. इसके बाद फिर उसके पिता विवि पहुंचे तो तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक के हस्ताक्षर का एक दस्तावेज दिया गया और कहा गया कि इससे इंटरव्यू में काम चल जायेगा. अल्पना ने बताया कि उसका इंटरव्यू हुआ. लेकिन मूल दस्तावेज मांगा गया, जो वह नहीं दे पायी.
अल्पना ने बताया कि बिहार विवि से उसे डिग्री मिली जरूर, लेकिन जब सब कुछ खत्म हो गया. अल्पना को 25 फरवरी 2021 को डिग्री मिली लेकिन डिग्री पर हस्ताक्षर 31 अक्टूबर का था. यानी अक्टूबर में डिग्री बनकर तैयार था.