उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर कांटी की मानपुरा की रहने वाली 12 वर्षीया बच्ची प्राची तेज दर्द से तड़प रही है. ऑपरेशन के बाद उसके पेट में टांके लगे हुए हैं. सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि जिस दर्द से वह तड़प रही है, वैसी कोई बीमारी भी नहीं थी. पेट दर्द की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंची प्राची का बिना वजह अपेंडिक्स निकालने के लिए पेट का ऑपरेशन कर दिया गया. डॉक्टर ने जब पेट खोला तो उसे अपेंडिक्स मिला ही नहीं. इससे डॉक्टर ही नहीं, परिजन भी हैरान रह गये. ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर अब्दुल कादिर ने खुद परिजनों को यह बात बताया कि बच्ची के पेट में अपेेंडिक्स नहीं मिला, जबकि उसकी सोनोग्राफी रिपोर्ट में अपेंडिक्स संक्रमण की बात कही गयी थी. बच्ची के चाचा विकास कुमार ने कहा कि प्राची बार-बार पेट दर्द की शिकायत करती थी. हमलोग उसे लेकर 22 अक्तूबर को सदर अस्पताल आएं. डॉक्टर के परामर्श पर बच्ची की सोनोग्राफी जांच हुई, रिपोर्ट में अपेंडिक्स होने की बात कही गयी थी. इस अधार पर डॉक्टर ने ऑपरेशन की बात कही. 19 नवंबर को ऑपरेशन हुआ. ऑपरेशन के दौरान ही डॉक्टर हमलोगों को बाहर आकर बताएं कि बच्ची को अपेंडिक्स नहीं था. इसके बाद हमलोगों ने सिविल सर्जन से शिकायत की. सदर अस्पताल के सोनोग्राफी सेंटर में इतनी लापरवाही से जांच कर मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है. विकास ने कहा कि प्राची चार भाई बहन हैं. इनके पिता का नाम संतोष ठाकुर है, वह गुवाहाटी में काम करते हैं. अस्पताल प्रशासन की इस लापरवाही पर वह कानून की शरण में जायेंगे. वर्जन इस मामले को लेकर डीएम के निर्देश पर जांच कमेटी गठित की गयी है. तीन डॉक्टरों की कमेटी बनायी गयी है. जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपा जायेगी. उनके निर्देश पर ही आगे की कार्रवाई होगी़ – डॉ बीएस झा, अधीक्षक, सदर अस्पताल
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