-सर्पदंश की घटना के बाद से दहशत में रात गुजार रही हैं छात्राएं
मुजफ्फरपुर.
बीआरएबीयू के पीजी महिला छात्रावास संख्या तीन में फर्नीचर के अभाव व साफ-सफाई नहीं हाेने के कारण छात्राओं को उपरी तल पर शिफ्ट किया जाएगा. जंगल व गंदगी के कारण बीते दिन सर्पदंश की घटना के बाद से छात्रावास में रह रही छात्राएं दहशत में हैं. छात्रावास सुपरिटेंडेंट ने अध्यक्ष छात्र कल्याण कार्यालय से छात्राओं को उपरी तल पर शिफ्ट करने की अनुमति मांगी है. विवि की ओर से इसपर स्वीकृति दे दी गयी है. साथ ही कहा गया है कि अब इस छात्रावास में नया आवंटन नहीं किया जाएगा. कई ऐसी छात्राएं जिन्होंने सत्र पूरा हो जाने के बाद से नवीनीकरण नहीं कराया है, साथ ही कई छात्राओं ने अवैध तरीके से कमरे में कब्जा जमा रखा है, उनके कमरे का ताला तोड़ा जायेगा. इसकी पूरी वीडियोग्राफी की जायेगी. पहले छात्रा को नोटिस भेजी जा रही है. इसके बाद कार्रवाई की जायेगी.——–वर्षों से निर्माणाधीन है एमआइटी का छात्रावास, छात्राएं बाहर रहने को विवशमुजफ्फरपुर. एमआइटी में नये सत्र में छात्राओं के रहने के लिए महज डेढ़ दर्जन से भी कम सीटें रिक्त हैं. एक सौ से अधिक छात्राओं ने छात्रावास के लिए आवेदन किया है. ऐसे में कॉलेज प्रशासन छात्रावास आवंटन को लेकर विकल्प नहीं दे पा रहा है. एक ओर करीब चार वर्षों से परिसर में बन रहा डेढ़ सौ से अधिक क्षमता के छात्रावास को अबतक अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है. बताया जा रहा है कि कार्य कर रहे ठेकेदार ने बीच में ही काम छोड़ दिया. इस कारण छात्रावास को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका. यह छात्रावास शुरू हो जाता तो छात्राओं को परिसर में ही रहने की जगह मिल जाती. इधर, एमआइटी में छात्रावास खाली नहीं होने की सूचना के बाद से ब्रह्मपुरा व लक्ष्मी चौक इलाके में मकान मालिकों ने किराया में वृद्धि कर दिया है. नजदीक होने से अधिकतर छात्राएं इसी इलाके में रहती हैं. एक कमरे का सेट पांच हजार तक में दिया जा रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है