मुजफ्फरपुर. मेषा महिला बकरीपालक प्रोड्यूसर कंपनी (एफपीसी) ने गुरुवार को आयोजित अपनी पहली वार्षिक आम सभा (एजीएम) के सफल समापन की घोषणा की. इसमें 700 से अधिक महिला शेयर धारकों सहित डीएम सुब्रत कुमार सेन, डीडीसी श्रेष्ठ अनुपम, जीविका राज्य परियोजना प्रबंधक डॉ. राकेश कुमार, जिला परियोजना प्रबंधक अनिशा गांगुली, आगा खान फाउंडेशन के सदस्य मौजूद थे. इसमें बताया गया कि सिर्फ नौ महिनों में मेषा महिला बकरीपालक प्रोड्यूसर कंपनी ने लगभग 70 लाख का लेन देन कर लिया. डीएम ने मौके पर स्वछता की शपथ दिलवायी. मेषा की अध्यक्ष कृष्णा कुमारी ने कहा कि बकरीपालक प्रोड्यूसर कंपनी बिहार की ही नहीं बल्कि देश सबसे बड़ी बकरीपालन से संबंधित कंपनी बनेगी. मेषा महिला बकरीपालक प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड मुजफ्फरपुर के जीविका स्वयं सहायता समूह से जुडी महिला बकरीपालक किसानों की सशक्तिकरण की दिशा में एक पहल है. इसमें महिला बकरीपालक किसान 500 रुपये के शेयर खरीद कर शेयरधारक बन सकती है. सीइओ प्रसून कुमार ने कहा कि कंपनी में अभी तक कुल 3166 शेयर धारक जुड़ चुके हैं. शेयर कैपिटल के रूप में रु 15.66 लाख रुपये भी जमा हुआ है. महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से आगे बढ़ते हुए कंपनी से 25 मेषा उद्यमी और 350 पशु सखियां जुड़ चुकी हैं. और 70,000 से भी अधिक बकरीपालक दीदी तक उन्नत बकरीपालन से सम्बंधित सेवा पहुंचा रही है. इसके अतिरिक्त, ग्रामीण स्तर पर नसलसुधार, दाना मिश्रन और डीवॉर्मिंग, टीकाकरण तथा देखभाल से संबंधित तकनीकी और प्रबंधकीय सेवाएं प्रदान करती है जिससे पिछले कुछ वर्षों में बकरी/बकरा उत्पादन में बढ़त देखने को मिली है. इस दौरान जीविका से संचार प्रबंधक राजीव रंजन, गुंजन कुमार, नूरी जमाल,बीपीएम जीवच कुमार, प्रणव कुमार संजीव कुमार, राकेश कुमार वर्मा सहित कई जीविका कर्मी, आगा खा के कर्मी और दिदियां उपस्थित थी.
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