उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर इस बार दिवाली के मौके पर सोने-चांदी के लगातार बढ़ रहे भाव ने सर्राफा दुकानदारों की चिंता बढ़ा दी है. दुकानदारों को आशंका है कि जिस रफ्तार से भाव बढ़ रहे हैं, वैसे में दिवाली का रंग कहीं फीका न पड़ जाए. पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार सोने के भाव में प्रति दस ग्राम 17 हजार और चांदी के भाव प्रति किलो 25 हजार बढ़े हैं. कीमत में रोज उछाल के कारण दुकानदार चांदी के सामान की अधिक वेराइटी रखने में हिचक रहे हैं. हालांकि इस बार भी बाजार में चांदी के गणेश-लक्ष्मी, सूप, मां लक्ष्मी की मूर्ति, गणेश-लक्ष्मी के चित्र वाला सिक्का, सोने की गणेश-लक्ष्मी की छोटी मूर्ति सहित जय छठी मइया लिखा चांदी की थाली सहित अन्य ज्वेलरी आइटम भी रखे गए हैं, लेकिन इसकी संख्या काफी कम है. इस बार दुकानदारों ने लक्ष्मी-गणेश के दस ग्राम के चांदी के सिक्कों की बजाय पांच ग्राम वाले चांदी के सिक्के अधिक संख्या में रखे हैं. उन्हें आशंका है कि चांदी की कीमत बढ़ने के कारण अधिक वजन के सिक्कों के खरीदार कम न हो जाए. विक्टोरिया वाले पुराने सिक्कों की आवक कम सर्राफा बाजार में इस बार विक्टोरिया के चित्र वाले पुराने सिक्कों की आवक कम है. धनतेरस पर बहुत सारे लोग पुराने चांदी के सिक्कों की डिमांड करते हैं. पुराने सिक्का बेचने वालों से बाजार में इन सिक्कों का संग्रह किया जाता है. इस बार इसकी आवक भी कम है. जिनके पास पुराना सिक्का है वह दो चार दिन और कीमत बढ़ने के इंतजार में है. इस कारण बाजार में इन सिक्कों का रेट नहीं खुल पाया है. सर्राफा व्यवसायी संजय कुमार ने कहा कि इस बार बाजार में पहले की तरह रौनक नहीं है. सोने-चांदी के बढ़े भाव ने दुकानदारों और खरीदारों का उत्साह कम कर दिया है. अगर भाव इसी तरह बढ़ता रहा तो इस बार की दिवाली फीकी रहेगी.
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