मुजफ्फरपुर. अगले वर्ष से सदर अस्पताल में नर्सिग होम की तरह सुविधाये मिलेंगी. एक बड़े भवन के साथ यहां इलाज के सारे उपकरण और दवाइयां होगी. इसके लिये सदर अस्पताल परिसर में बन रहे मॉडल अस्पताल के निर्माण कार्य में तेजी आ गयी है. उम्मीद है कि अगले वर्ष के मध्य तक यह तैयार हो जायेगा. अस्पताल परिसर में बन रहे मल्टी स्टोरी जी-फाइव बिल्डिंग का निर्माण कार्य की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है. करीब दो साल पहले केंद्र सरकार के ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने इसका शिलान्यास किया था. यह बल्डिंग सीएसआर फंड से बनाया जा रहा है. जिसकी लागत 80 करोड़ होगी. यहां 500 मरीजों के लिेय बेड की व्यवस्था होगी. यह बिल्डिंग इसी साल बन कर तैयार होना था, लेकिन अब एक वर्ष का समय इसमें और लगेगा. यह सूबे का बड़ा मॉडल अस्पताल होगा. इसके अलावा सदर अस्पताल के पुराने महिला वार्ड के पास जी-फोर बिल्डिंग बनाया जा रहा है. मल्टी स्टाेरीज बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लाेर पर ओपीडी एवं ऊपरी मंजिल पर रोगियों के परिजनों के ठहरने के लिये रूम और डॉरमेट्री की सुविधा होगी. इससे मरीजों के परिजनों को बाहर कमरा लेने की जरूरत नहीं होगी. दूसरी मंजिल पर बनेगा ऑपरेशन थियेटर फाइव-जी बिल्डिंग के सबसे ऊपरी मंजलि पर उपाधीक्षक सहित अन्य अधिकारियों का दफ्तर और सिविल सर्जन कार्यालय होगा. दूसरी मंजिल पर ऑपरेशन थियेटर, आइसीयू व जनरल वार्ड, जबकि तीसरी मंजिल पर मीटिंग, वेटिंग हाॅल, लेबाेरेटरी व अन्य विभाग हाेंगे. यहां एक ही छत के नीचे रोगियों की पैथोलॉजिकल जांच, एक्सरे, सोनोग्राफी और सिटी स्कैन की सुविधा मिलेगी. इस मॉडल अस्पताल परिसर में ही ओपीडी और दवा काउंटर होगा. यहां एक ही छत के नीचे रोगियों के इलाज की व्यवस्था होगी. यह व्यवस्था शुरू होने के बाद मरीजों को निजी अस्पताल में जाने की जरूरत नहीं होगी. सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार ने कहा कि अस्पताल का निर्माण कार्य तेजी पर है. स्वास्थ्य विभाग के अधीन आने के बाद इलाज की नयी व्यवस्था शुरू की जायेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है